जीते को हारा घोषित कर दिया, पंचायत चुनाव की मतगणना में बड़ी लापरवाही आई सामने
झाबुआ, अग्निपथ। जिले के पेटलावद विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत रामपुरिया में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव अंतर्गत हुए सरंपच चुनाव की मतगणना में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां विगत 15 जुलाई को हुई मतगणना में जो महिला प्रत्याशी सर्वाधिक मतों से विजयी हुई, उसे हारा बताते हुए अन्य कम प्राप्त महिला प्रत्याशी के विजेता की घोषणा कर दी गई।
अगले दिन उक्त प्रत्याशी को निर्वाचन अधिकारी के हस्ताक्षर युक्त जीत का प्रमाण-पत्र भी प्रदान कर दिया गया। जिस पर सर्वाधिक मत प्राप्त होने के बाद भी जीत का प्रमाण-पत्र नहीं प्रदान करने से आक्रोशित महिला प्रत्याशी के साथ सैकड़ों की संख्या में ग्राम के ग्रामीण महिला-पुरूष इसकी शिकायत करने जिला मुख्यालय पर कलेक्टोरेट पहुंचे। जहां कलेक्टर सोमेश मिश्रा को इस संबंध में ज्ञापन सौंपकर गणना कर घोषणा करने वाले लापरवाह पीठासीन अधिकारी एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही सर्वाधिक मत अनुसार वास्तविक रूप से जीते प्रत्याशी को पूर्व प्रमाण-पत्र में सुधार कर नवीन प्रमाण-पत्र प्रदान करने की भी मांग रखी। गई।
रंगा निनामा को सर्वाधिक 448 मत प्राप्त हुए
ग्राम पंचायत रामपुरिया में सरपंच पद के लिए महिला प्रत्याशी के रूप में चार अभ्यर्थियों जिसमें दसड़ूी भूरिया, मंजु कटारा, रंगा निनामा एवं सीमा डोडियार ने नामांकन फार्म जमा किया था। उक्त पंचायत में मतदान के बाद 15 जुलाई को पेटलावद विकासखंड में हुई मतणना में कांग्रेस समर्थित प्रत्याश रंगा निनामा को दो अलग-अलग बुथों पर हुई मत-पत्रों की गणना में सर्वाधिक 448 मत प्राप्त हुए।
इसी प्रकार तीन अन्य प्रत्याशियों में दसूड़ी भूरिया को कुल 390, सीमा डोडियार को कुल 293 एवं मंजु कटारा को कुल 12 वोट प्राप्त हुए। बावजूद इसके मतगणना स्थल पर पदस्थ पीठासीन अधिकारी हरिसिंह सेहलोत ने मतगणना में तीसरे नंबर पर रहीं महिला प्रत्याशी सीमा डोडियार की जीत की घोषणा की।
प्रशासनिक स्तर पर इससे भी बड़ी लापरवाही तब सामने आई जब अगले दिन जीत का प्रमाण-पत्र भी मय निर्वाचन अधिकारी के हस्तारक्षर युक्त सीमा डोडियार को ही प्रदान किया गया।
मतों की गणना की लिस्ट निकालने के बाद वास्तविकता का चला पता
जब कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी रंगा निनामा एवं उनके परिवारजनों की ओर से पीठासीन अधिकारी सेहलोत से ही ग्राम पंचायत के दोनो बुथों पर हुई मतों की गणना की सूची निकलवाई गई, तो इसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। दोनो बुथों के कुल मतों की गणना करने पर चारो प्रत्याशियों में से रंगा निनामा को सर्वाधिक 448 मत मिलने की पुष्टि होने पर जब इस दौरान उक्त प्रत्याशी के साथ उनके परिवारजनों द्वारा इस पर आपत्ति ली गई, तो उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया है।
पीठासीन अधिकारी ने माफीनामा लिखकर डिप्रेशन को बताया कारण
पूरा मामला सार्वजनिक होने पर एवं पीठासीन अधिकारी की लापरवाही साफ तौर पर उजागर होने पर बाद उक्त अधिकारी ने अपने जिम्मेदारी सेयह कहते हुए पल्ला झाड़ दिया कि वह मतगणना के दिन किसी पारिवारिक समस्या से चलते डिप्रेशन में थे। इस कारण उनसे यह गलती हो गई, किन्तु निर्वाचन आयोग के कार्य में इस तरह की लापरवाही बरतना बड़ी लापरवाही है।
इसके साथ ही यदि पीठासीन अधिकारी सेहलोत द्वारा इस तरह की गलती की गई, तो उस पर तत्काल कार्रवाई या तत्काल परिणाम में सुधार कर वास्तविक रूप से विजयी हुए प्रत्याशी रंगा निनामा को प्रमाण-पत्र प्रदान करने में भी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों ने क्यो लापरवाही बरती। जबकि चुनाव प्रक्रिया के तहत मतदान एवं मतगणना पेटलावद एसडीएम एवं तहसीलदार की उपस्थिति एवं देखरेख में संपन्न हुई थी। उनके द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं देते हुए हारे हुए प्रत्याशी सीमा डोडियार को प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाना उक्त दोनो जिम्मेदार अधिकारियों की भी लापररवाही को उजागर करता है।
कलेक्टोरेट पहुंचे शिकायत करने
बाद इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सोमेश मिश्रा की ओर से 19 जुलाई को रंगा निनामा को मय दस्तावेज के अपना पक्ष रखने हेतु बुलवाया गया। जिसके बाद मंगलवार को विजयी प्रत्याशी रंगा निनामा के साथ गांव के सैकड़ों ग्रामीण महिला-पुरूष भी जिला मुख्यालय पर कलेक्टोरेट पहुंचे। जहां रंगा निनामा ने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मिश्रा को मय दस्तावेज के आवेदन सौंपकर इस पूरे मामले से अवगत करवाते हुए पुन: सारणीकरण की जांच कर सहीं परिणाम घोषित कर उन्हें जीत का प्रमाण-पत्र किए जाने तथा मतगणना में लापरवाही बरतने वाले पीठासीन अधिकारी एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की।
इनका कहना
ग्राम पंचायत रामपुरिया की सरपंच प्रत्याशी रंगा निनामा द्वारा शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया गया है। जिस पर जांच कर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
– सोमेश मिश्रा, कलेक्टर झाबुआ