जमीन नामांतरण और नपती के लिए मांगे थे 15 हजार
उज्जैन,अग्निपथ। लोकायुक्त टीम ने गुरुवार को महाकाल वाणिज्य केंद्र में पटवारी नितिन खत्री को 12 हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ा है। उसने जमीन नपती व नामांतरण के लिए एलआईसी के रिटायर्ड अफसर से 15 हजार रुपए मांगे थे।

हरिओम विहार कॉलोनी निवासी एलआईसी के रिटायर्ड अधिकारी रविंद्र पिता अंबादास देशपांडे ने पत्नी रेणुका के नाम से बडऩगर रोड पर मोहनपुरा में जमीन खरीदी। इसके नामांतरण और नपती के लिए क्षेत्र के पटवारी नितिन पिता ओमप्रकाश खत्री निवासी महिदपुर ने 15 हजार रुपए मांगे। देशपांडे ने 11 जून को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत कर दी। देशपांडे ने 12 हजार रुपए सौदाकर खत्री की बात रिकार्डिंग कर ली।
खत्री ने गुरुवार दोपहर 2.30 बजे देशपांडे को रुपए लेकर महाकाल वाणिज्य केंद्र स्थित निजी कार्यालय बुलाया। योजनाुनसार लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान,निरीक्षक राजेंद्र वर्मा टीम के साथ पहुंचे और खत्री को घूस लेते पकड़ लिया। बाद में दराज से रुपए जब्त कर भ्रष्टाचार अधिनियम में केस दर्ज कर दिया।
चुनाव के कारण एक माह बचा
पटवारी खत्री ने पहले देशपांडे को 16 जून को रुपए लेकर बुलाया था। इस पर लोकायुक्त टीम ने उसे ट्रेप की तैयारी कर ली थी, लेकिन चुनावी ड्यूटी के कारण खत्री देशपांडे से नहीं मिलने पर बच गया। बुधवार को चुनाव खत्म होने परउसने देशपांडे को फोन किया। सूचना मिलते ही टीम मौके पर जाकर छूप गई और घूस देने के बाद जैसे ही देशपांडे सिर पर हाथ फैरते हुए निकले टीम ने खत्री को दबोच लिया।
अब तक 15
लोकायुक्त टीम ने इस साल अब तक संभाग के 15 सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को ट्रेप किया है। घूसखोरी में पकड़ाए आरोपियों में सबसे अधिक पटवारी शामिल है। धराए सभी पटवारियों ने रिश्वत के लिए निजी ऑफिस बना रखे है।