उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम में अध्यक्ष पद के साथ ही जिला पंचायत व जिले की 6 जनपदों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष आशुतोष तिवारी को पर्यवेक्षक बनाया है। तिवारी स्थानीय नेताओं से रायशुमारी कर नगर निगम और जिला पंचायत में अध्यक्ष व अन्य पदों के बारे में फैसला लेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने रविवार को मध्यप्रदेश के सभी जिलों के लिए पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारियां तय की है। उज्जैन जिले के लिए गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष आशुतोष तिवारी पर्यवेक्षक बनाए गए है। उज्जैन ग्रामीण के लिए प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बहादुर सिंह मुकाती को पर्यवेक्षक की जिम्मेादारी सौंपी गई है।
उज्जैन जिले के भाजपा नेताओं को भी अन्य जिलों में पर्यवेक्षक बनाकर भेजा जा रहा है। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जगदीश अग्रवाल नीमच जिले के, प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद डा. चिंतामणि मालवीय को देवास जिले में, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य इकबाल सिंह गांधी को अलीराजपुर जिले में, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डा. तेजबहादुर सिंह चौहान को खरगौन, दिलीप सिंह शेखावत को राजगढ़, अनिल जैन कालूहेड़ा को रतलाम, श्याम बंसल को देवास जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कलावती यादव और योगेश्वरी राठौर प्रबल दावेदार
नगर निगम में भाजपा के पास 54 में से 37 पार्षद है। सर्वाधिक संख्या दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से है, दक्षिण से भाजपा के 20 पार्षद चुनकर आए है। दक्षिण के विधायक और उच्चशिक्षा मंत्री ने दक्षिण क्षेत्र से चुनकर आए पार्षदों की अलग से बैठक कर साफ संकेत दे दिए है कि वे इस बार 6 बार की पार्षद बड़ी बहन कलावती यादव को निगम अध्यक्ष बनवाने की मंशा रखते है।
एक परिवार एक पद का रोढ़ा यदि बीच में आया तो उत्तर क्षेत्र से तीसरी बार पार्षद बनी योगेश्वरी राठौर की दावेदारी भी निगम अध्यक्ष पद के लिए प्रबल हो सकती है। पुरूष वर्ग में शिवेंद्र तिवारी, सत्यनारायण चौहान, गब्बर भाटी, रजत मेहता और प्रकाश शर्मा के नाम पर भी संगठन में विचार-विमर्श हो सकता है। पार्षदों की संख्या के मान से देखे तो अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव का खेमा काफी मजबूत स्थिति में है लिहाजा यह तय माना जा रहा है कि जिसका नाम इस खेमे से आगे बढ़ाया जाएगा, वहीं अगला निगम अध्यक्ष होगा।