उज्जैन, अग्निपथ। व्यवसायी ने अपनी फैक्ट्री की मशीन का सौदा करने के लिये पिता बरी इंटर प्राइजेस के संचालक से संपर्क किया। संचालक ने मशीन बेचकर अपने खाते में 11 लाख रुपये मंगवा लिये। व्यवसायी ने पैसे में मांगे तो आनाकानी करने लगा। पुलिस ने अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज किया है।
इंदौर महादेव तोतला नगर में रहने वाले विनयकांत अग्निहोत्री मिनरल एंड ट्रेडिंग प्रायवेट लिमिटेड का संचालन गुवहाटी में करते थे। क पनी बंद करने के बाद उन्होने फरवरी माह में मशीन बेचने के लिये दिनदायल का पलेक्स में पिता बरी इंटरप्राइजेस के संचालक दिग्विजयसिंह शेखावत से संपर्क किया और 11 लाख में मशीन बेचने की बात कहीं। सौदे के दौरान जीएसटी भी जमा करना था, जिसके चलते अग्निहोत्री ने शेखावत से कहा कि राशि आपके खाते में मंगवा लेना और जीएसटी भी जमा कर देना। उनके पास जीएसटी न बर नहीं है। उन्होने जीएसटी की राशि 1 लाख नगद शेखावत को दे दी।
मार्च में मशीन का सौंदा कर दिया गया। शेखावत ने राशि अपने खाते में ट्रांसफर करा ली। विनयकांत अग्निहोत्री ने अपने 10 लाख रुपये मांगे तो दिग्विजय आनाकानी करने लगा। 3 माह बाद भी पैसा नहीं मिलने पर मामले की शिकायत आवेदन देकर नीलगंगा थाने में की गई। पुलिस ने जांच के बाद सोमवार को विनयकांत की शिकायत पर अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार दिग्विजयसिंह शेखावत विद्यापति नगर में रहता है। उसके आफिस पर ताला लगा मिली है। अब घर पर दबिश देकर गिर तारी की जाएगी।