चेक बुक होने के बाद भी विड्राल फॉर्म पर ही दे दिये रुपये
धार, अग्निपथ। खाताधारक के हस्ताक्षर के बगैर विड्राल फार्म पर पोते को रुपए भुगतान कर देने के मामले में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक धार के बैंक शाखा प्रबंधक पर कार्रवाई की गई है। बैक के महाप्रबंधक ने धार मंडी शाखा प्रबंधक को निलंबित कर दिया है। करीब तीन माह पहले बरती गई इस लापरवाही के बदले प्रबंधक पर अब कार्रवाई की गई है।
जिला सहकारी मंडी शाखा में 19 अप्रैल को खाताधारक बापूसिंह पिता घिसाजी के बचत खाते से 14 लाख 90 हजार का भुगतान उनके पोते को विड्राल फार्म पर कर दिए गए। खास बात यह है कि विड्राल फार्म पर खाताधारक दादा के हस्ताक्षर तक नहीं थे। शाखा प्रबंधक संजय शुक्ला द्वारा लापरवाही पूर्वक किए भुगतान के संबंध में समाचार पत्रों में समाचारों का प्रकाशन होने के बाद बैंक महाप्रबंधक पीएस धनवाल द्वारा बैंक की नागदा शाखा प्रबंधक को जांच अधिकारी नियुक्त कर प्रकरण की सुक्ष्म जांच कराई गई।
जिसमें पाया गया कि प्रभारी शाखा प्रबंधक सजंय शुक्ला के द्वारा विड्राल फार्म के माध्यम से अन्य व्यक्ति जो कि खाताधारक का पोता है, को बैंक में दर्ज नमूना हस्ताक्षर के स्थान पर अंगूठा निशानी लगे विड्राल फार्म के आधार पर बैंकिंग के स्थापित सिद्धांतों की घोर अवहेलना कर भुगतान कर दिया गया है। जबकि उपरोक्त बचत खाते में चेकबुक जारी की गई थी ।
बैंकिंग के नियम अनुसार चेकबुक जारी किये गये खाते में विड्राल फार्म के आधार पर राशि का भुगतान नहीं किया जाता है। किन्तु शाखा प्रबंधक के द्वारा उपरोक्त नियमों की घोर अवहेलना कर विड्राल फार्म के आधार पर न बल्कि राशि का भुगतान किया गया बल्कि विड्राल फार्म पर अन्य व्यक्ति को ही भुगतान कर दिया गया और अपने उपरोक्त कृत्य को छुपाने हेतु बैंक खाते में दर्ज नमूना हस्ताक्षर को अंगूठा निसानी लगे आवेदन पत्र के आधार पर भूतलक्षित कार्यवाही कारित कर निरस्त करने का कपट पूर्ण कार्य किया गया।
उपरोक्त कृत्य अपराधिक श्रेणी का प्रतित होता है। इस संबंध में उनके विरूद्ध पुलिस में भी प्रकरण पंजीबद्ध कराने की कार्यवाही की जावेंगी। उपरोक्त कृत्य के कारण बैंक महाप्रबंधक पीएस धनवाल के द्वारा प्रभारी शाखा प्रबंधक संजय शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनका मुख्यालय बैंक शाखा बगडी नियत किया गया है ।