रामघाट पर भडक़े आयुक्त, तीन कर्मचारियों को मिले शोकॉज नोटिस-
उज्जैन, अग्निपथ। सावन के महीने में उज्जैन में हर रोज हजारों की संख्या में देश के कई हिस्सों से श्रद्धालु पहुंच रहे है। रामघाट और महाकाल मंदिर क्षेत्र में गंदगी के ढेर देखकर श्रद्धालुओं में उज्जैन के प्रति अच्छी राय नहीं बन पाती। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने इसे बेहद संजीदगी से लिया है।
आयुक्त शुक्रवार को महाकाल मंदिर और रामघाट इलाके में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने निकले। रामघाट पर कचरे का ढेर देखा, कचरा नहीं उठ पाने की वजह जानी, इसके बाद वाहन शाखा प्रभारी को रामघाट बुलाया और जमकर फटकार लगाई। आयुक्त ने तीन लोगों को शोकॉज नोटिस देने के साथ ही वेतन काटने के भी निर्देश दिए है।
सुबह करीब 9 बजे आयुक्त अंशुल गुप्ता, अपर आयुक्त आदित्य नागर रामघाट पर निरीक्षण करने पहुंचे थे। रामघाट से इस समय तक कचरे के ढेर नहीं उठ पाए थे। सफाईकर्मियों से सवाल किए तो जवाब मिला कि वर्कशॉप से समय पर गाड़ी ही उपलब्ध नहीं हो पाती है। वर्कशॉप इंचार्ज उमेश बैस को आयुक्त ने तत्काल रामघाट पर बुलाया और खूब फटकार लगाई।
आयुक्त ने रामघाट क्षेत्र में दोनों तरफ 10-10 चेंजिंग रूम बढ़ाने और अतिरिक्त डस्टबिन लगाने के निर्देश दिए है। रामघाट से आयुक्त महाकाल मंदिर क्षेत्र में पहुंचे। यहां गौंड बस्ती मल्टी से काफी सारा पानी बहकर मुख्य सडक़ पर आता देखा तो फिर से भडक़ गए। पीएचई के अधिकारियों को मौके पर बुलाया। कहा- बस्ती में जितने भी पाईप जा रहे है, इनके लीकेज ठीक करवाओं और कनेक्शन व्यवस्थित करवाओ।
नगर निगम में भी 40 को नोटिस
नगर निगम में देरी से पहुंचने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर भी आयुक्त ने सख्त रवैया अपनाया है। आयुक्त अंशुल गुप्ता के निर्देश पर अपर आयुक्त आदित्य नागर ने सुबह 10.30 बजे तक नगर निगम नहीं पहुंचने वाले 40 कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस जारी किए है