रविवार को उमड़ा सैलाब : महाकालेश्वर मंदिर दर्शन व्यवस्था में बार-बार फेरबदल

सोमवार को सभी स्कूलों में अवकाश

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार को अनुमान से अधिक भीड़ का सैलाब उमड़ पड़ा। हालत यह रही कि जिला प्रशासन को बार-बार दर्शन व्यवस्था में फेरबदल करना पड़ा। सवारी और नागपंचमी पर्व को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा मंदिर के प्रवेश रास्तों पर की गई जमकर बेरिकेडिंग से श्रद्धालुओं के साथ साथ मंदिर कर्मचारी और अस्थाई कर्मचारी भी परेशान होते रहे। उनके पास मंदिर प्रबंध समिति का आई कार्ड होने के बावजूद पुलिस द्वारा प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। यही हाल अमूमन हर पहुंच मार्गों पर थे। वहीं सोमवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शहर में आने की संभावना को देखते हुए नगर के सभी स्कूलों में अवकाश रहेगा। कलेक्टर ने स्कूलों में छुट्टी को घोषणा कर दी है।
रविवार को भीड़ का सैलाब अपने भगवान महाकाल के दर्शन को उमड़ा। हालत यह थी कि हरसिद्धि मार्ग से लेकर चारधाम तक श्रद्धालुओं के सिर ही सिर नजर आ रहे थे। श्रद्धालुओं को हरसिद्धि पाल से प्रवेश दिया जाकर हरसिद्धि मंदिर और फिर यहां से चारधाम तक पहुंचाया जा रहा था। हरसिद्धि पाल पर ही जूते चप्पल स्टैंड सहित 250 रु. शीघ्र दर्शन टिकट काउंटरों से श्रद्धालु चारधाम मंदिर की ओर से प्रवेश को जाते रहे।
सोमवार को भी तीसरा श्रावण सोमवार होने और महाकाल की तीसरी सवारी निकाले जाने के चलते अपेक्षाकृत इससे भी ज्यादा भीड़ उमडऩे की संभावना है। वहीं मध्य रात्रि 12 बजे से भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए भी जोरदार भीड़ उमडऩे की संभावना है। ऐसे में जिला और पुलिस प्रशासन ने एक दिन पहले रविवार से ही इसका ट्रायल शुरू कर दिया था। मंदिर के सामने स्थित यातायात प्रीपेड बूथ के सामने के रास्ते पर बेरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया था। केवल पुलिस कर्मियों को ही यहां से प्रवेश दिया जाता रहा।

कार्तिकेय मंडपम से सीधे निकालते रहे

रविवार सुबह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को आते रहे। सामान्य और 250 रु. शीघ्र दर्शन टिकटधारियों की लाइन को कभी गणपति मंडपम तक जाने दिया जा रहा था तो कभी इसको रोक कर कार्तिकेय मंडपम से सीधे बाहर निकाला जाता रहा। भीड़ की स्थिति को देखते हुए इस तरह का निर्णय जिला प्रशासन के अधिकारी लेते रहे। हालांकि श्रद्धालु इस दर्शन व्यवस्था से खुश नहीं दिखाई दिए। उनको एक झलक पाने के लिए इतना लंबा रास्ता तय कर आने में पसीना आ गया और भगवान की केवल एक सेकेंड ही दर्शन हो पाए।

पुलिस का रुख कड़ा, मंदिर निरीक्षक तैनात

सुबह से ही पुलिस का रुख इस तरह का था कि वे मंदिर कर्मचारियों सहित अस्थाई कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जारी आई कार्ड (पास) दिखाने के बावजूद नहीं जाने दिया जा रहा था। पुलिस कर्मी जानकारी के अभाव में किसी को भी मंदिर के इस रास्ते से प्रवेश नहीं करने दे रहे थे। यही हाल हरसिद्धि मंदिर के सामने लगे बेरिकेड़स का भी रहा। श्रद्धालुओं को सीधे चारधाम मंदिर की ओर तो निकाला जाता रहा। लेकिन मंदिर को जाने वाले बेरिकेड्स से किसी भी कर्मचारी अथवा मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जारी आई कार्ड से जाने नहीं दिया जा रहा था। महाकाल प्रीपेड यातायात बूथ से लेकर हरसिद्धि चौराहे तक पूरा रास्ता खाली पड़ा हुआ था। इस परेशानी को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने यहां पर गेट निरीक्षक बहादुरसिंह और मुकेश गुजराती को तैनात किया। तब कहीं जाकर स्थिति बहाल हो पाई।

देर शाम सोमवार को छुट्टी की घोषणा

श्रावण सोमवार 1 अगस्त को श्रद्धालुओं की अधिकता के मद्देनजर उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में स्थित समस्त शासकीय एवम अशासकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए कलेक्टर आशीष सिंह ने अवकाश घोषित किया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने इस संबंध में कलेक्टर के निर्देश के बाद आदेश जारी कर दिए हैं। यह अवकाश सभी शासकीय व निजी स्कूलों में रहेगा।

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