मुठभेड़ में घायल होने से कोर्ट तक उठाकर लाई पुलिस
बदनावर, अग्निपथ। नगर के बहुचर्चित डल्लू हत्याकांड में एक आरोपी को गिरफ्तार करने में 7 माह बाद पुलिस को सफलता मिली है। इस बदमाश को भी गत दिनों खाचरौद थाने में दर्ज हत्या के प्रकरण में पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। वहीं से उसे जेल से लाया गया है।
टीआई दिनेशसिंह चौहान ने बताया कि आरोपी खाचरौद जेल में बंद था। वहां से डल्लू हत्याकांड में शामिल होने से उसे न्यायालय से रिमांड पर बदनावर पुलिस को सौंपा गया है। शुक्रवार सुबह आरोपी गुलफाम उर्फ भैय्यन पिता मुन्नाखां 46 निवासी चंबल सागर कॉलोनी नागदा जंक्शन को कड़ी सुरक्षा के बीच उप जेल बदनावर से न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की गई।
जिसे प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रितुश्री गुप्ता ने 10 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर सौंपा है। आरोपी से हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों तथा घटना में प्रयुक्त वाहन व हथियार आदि के बारे में पूछताछ की जाना है। मुठभेड़ में घायल होने के कारण आरोपी के दोनों पैर में चोट होने से उसे उठाकर कोर्ट में लाया गया।
यह है मामला
12 जनवरी की रात में नगर से 2 किमी दूर बागेड़ी नदी के पास खेत पर बने मकान में अशफाक उर्फ डल्लू पिता असदअली 42 निवासी काजीपुरा बदनावर की जघन्य हत्या कर दी थी। घटना के समय डल्ल अकेला था। तभी अज्ञात आरोपियों ने मौका पाकर उस पर हमला किया तथा दोनों पैर तोड़ कर धारदार हथियार से गहरी चोट पहुंचाई तथा मुंह कुचल दिया था।
वारदात को अंजाम देकर रात में ही बदमाश फरार हो गए थे। घटना के कुछ देर बाद डल्लू के नौकर ने खेत पर पहुंचकर अशफाक को देखा तथा घरवालों को सूचना दी। तब पता चलते ही तत्कालीन एसडीओपी देवेंद्र यादव, टीआई सीबी सिंह तथा अन्य पुलिसकर्मी तत्काल मौके पर पहुंच गए थे।\
पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 302 एवं 450 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर तफ्तीश शुरू की थी। साइबर ब्रांच की भी मदद ली गई थी। किंतु आरोपियों द्वारा कोई सुराग नहीं छोडऩे के कारण इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को काफी प्रयासों के बाद भी सफलता नहीं मिली थी। इतना अवश्य था कि इस आरोपी के बारे में जल्दी ही पता चल गया था किंतु वह फरार चल रहा था।
बाद में खाचरौद पुलिस के साथ मुठभेड़ में पिछले दिनों वह घायल होने पर पकड़ा गया।
पता चलने पर उसे बदनावर लाया गया। रिमांड मिलने के बाद आरोपी से पूछताछ की जा रही है। अभी हत्या करने का कारण पता नहीं चला है। इस वारदात को जिस प्रकार आरोपियों ने अंजाम दिया था उससे यह साबित हो गया था कि आरोपी पेशेवर अपराधी ही हो सकते हैं और इसी दिशा में पुलिस ने पड़ताल शुरू की थी।