उज्जैन, अग्निपथ। शहर में दर्शन के उद्देश्य से महाराष्ट्र के चालीसगांव से आए एक श्रद़्धालु युवक की सोमवार सुबह शिप्रा नदी में डूबने से मौत हो गई है। यह युवक दो दोस्तों के साथ उज्जैन आया था। अकेले सावन महीने में ही शिप्रा नदी में बाहरी श्रद्धालु के गहरे पानी में डूबने से मौत का यह तीसरा मामला है।
पिछले तीन दिनों से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इंदौर में हो रही बारिश की वजह से शिप्रा नदी का पानी रामघाट पर छोटे पूल से उपर होकर बह रहा है। श्रावण का महीना है लिहाजा भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए हर रोज हजारों की संख्या में बाहरी श्रद्धालु उज्जैन आ रहे है। उज्जैन आने वाले हर एक श्रद्धालु की मंशा महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन से पहले रामघाट पर शिप्रा स्नान करने की होती है।
हर रोज सुबह से ही रामघाट पर भी स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे लगती है। बारिश और बहाव की वजह से घाट किनारे पर लगे सुरक्षा बेरिकेट डूब गए है, संकेतक भी अस्त-व्यस्त हो गए है, ऐसे में श्रद्धालुओं को पता ही नहीं चलता कि वे कब गहरे पानी की तरफ बढ़ गए।
महाराष्ट्र के चालीस गांव में रहने वाले 24 साल उम्र का युवक अजय पिता संजय पंवार के साथ भी यहीं हुआ। अजय पंवार दो दोस्तों दीपचिते पिता दत्तूचिते उम्र 22 साल और विजय जाधव उम्र 21 साल के साथ रविवार की रात उज्जैन दर्शन के लिए आया था। सुबह तीनों दोस्त सुनहरी घाट पर शिप्रा स्नान करने पहुंचे। इन तीनों को तैरना नहीं आता था।
अजय पंवार सुनहरी घाट पर नदी किनारे बैठकर नहा रहा था। यहां फिसलन की वजह से एकाएक वह गहरे पानी में चला गया। अजय को डूबता देख उसके दोनों दोस्त शोर मचाते रहे। आसपास मौजूद कुछ तैराकों ने अजय को नदी से बाहर निकाला। उसे पुलिस की मदद से जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन इस वक्त तक काफी देर हो चुकी थी।
अजय पंवार की सांसे थम चुकी थी। डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया और उसके शव को पोस्टमार्टम रूम में रखवा दिया। अजय की मौत की पुष्टी होने के बाद उसके दोनों दोस्तो के होश उड़ गए थे, काफी देर तक तो वे सुंध में ही नहीं रहे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें ढांढस बंधाया और अजय के परिवार के लोगों के नंबर लेकर उन्हें इस दुर्घटना की जानकारी दी। परिवार के सदस्यों के पहुंचने के बाद शव उनके सुपूर्द कर दिया जाएगा।
बैंक कर्मचारी की आत्महत्या
उज्जैन, अग्निपथ। चिंतामण जवासिया क्षेत्र में रहने वाले एक निजी बैंक कर्मचारी की रविवार रात शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है, इस शख्स ने जहर खाया था। सोमवार सुबह जिला अस्पताल में उसके शव का पोस्टमार्टम किया गया। मृत युवक का नाम सोहन पिता शालिग्राम चौहान उम्र 28 साल है।
सोहन एक निजी बैंक के लिए फील्ड वर्क करता था। 3 महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। सोहन ने रविवार की दोपहर अपने घर में रखा जहरीला पदार्थ गटक लिया था। हालत बिगडने पर परिजनों ने उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया था जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। सोहन के बड़े भाई जितेंद्र ने पुलिस को बताया कि सोहन की दिनचर्या रविवार को भी सामान्य ही थी। दोपहर में एकाएक उसने आत्महत्या के लिए जहर खाने जैसा कदम उठा लिया। पत्नी के साथ उसकी कहासुनी हुई थी, संभवत: इसी कारण उसने जहर खाया है।