नपा अध्यक्ष – उपाध्यक्ष पद पर भाजपा का परचम
बडऩगर, अग्निपथ। नगर पालिका के 18 में से भाजपा के 11 पार्षदों होने के बाद भी भाजपा का अध्यक्ष-उपाध्यक्ष न बन पाने की अटकलों के भय के बीच भाजपा के अभय टोंग्या बुधवार को हुए चुनाव में अध्यक्ष चुने गए। भाजपा पार्षदों की एकजुटता के चलते टोंग्या ने सीधे संघर्ष में जीत दर्ज की है।
वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए हुए त्रिकोणीय संघर्ष में भाजपा की ही अनिता वर्मा ने अपने निकटतम कांग्रेस प्रत्याशी को शिकस्त दी है। इस प्रकार नगर पालिका परिषद पर पूरी तरह से भाजपा का कब्जा होगा। जनपद पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव में भाजपा के मेण्डेट वाले दोनों उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा था। इसलिए यह भय इस चुनाव में बना हुआ था।
18 पार्षद के लिए हुए चुनाव में भाजपा के 11, कांग्रेस के 5 व 2 निर्दलीय परिषद में पहुंचे हैं। जहां कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के लिए कोई रुझान सामने नहीं आया था। वहीं भाजपा से बागी होकर निर्दलीय पार्षद चुनाव जीतकर आये श्याम विश्नवाणी ने 5 कांग्रेस व 1 निर्दलीय के दम पर अपने आप को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित कर भाजपा की नींद हराम कर दी थी। चुनाव के पूर्व तक समझा जा रहा था कि मतदान में कुछ उलटफेर होगा किन्तु जब अध्यक्ष का चुनाव परिणाम आया तो विश्नवाणी हार गये। इस प्रकार विश्नवाणी भाजपा में सेंध नही लगा पाये व उलटफेर की अटकलें सच नहीं हो सकीं।
नहीं टूटे भाजपा पार्षद
अध्यक्ष उम्मीदवार के लिऐ भाजपा दावेदारों में चल रहा घमासान चुनाव के पहले तक नजर आया। जब जिला महामंत्री नाहरसिंह ने मीडिया के सामने अध्यक्ष पद के लिए अभय टोंग्या का मेण्डेट जारी किया तो जो अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे थे उनके चेहरे पर मायुसी छा गयी। ऐसे में रितेश चांदी ने तो अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी। जिसके बाद प्रभारी व नगर अध्यक्ष श्याम शर्मा ने गेंद टोंग्या के पाले में डाल दी। चांदी व टोंग्या की आपस में चर्चा के बाद चांदी मान गये व टोंग्या को कुल 11 वोट मिले जिससे साबित हुआ की भाजपा के पार्षद नहीं टूटे।
उपाध्यक्ष के लिए बागी हुए चांदी
जहाँ अध्यक्ष पद पर भाजपा को 11-7 से जीत मिलने के बाद नजरें उपाध्यक्ष पद के चुनाव पर थी। चर्चाओं में उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा का मेंडेट चांदी के नाम का आना बताया जा रहा था किन्तु लिफाफा खोला तो उसमें से अनिता सतीश वर्मा का नाम निकला। जिसके बाद चांदी ने टोंग्या को अपना वचन याद दिलाया किन्तु बात न बनी तो चांदी ने बगावत का बिगुल बजाकर उपाध्यक्ष के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। ऐसे में अब उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा, कांग्रेस सहित तीन उम्मीदवार मैदान में थे। जिसमें भाजपा की अनिता वर्मा ने जीत का परचम फहरा दिया।
यह रहा मतों का गणित, गोटी डाल हुआ फैसला
सबसे पहले अध्यक्ष चुनाव में भाजपा के अभय टोंग्या ने निर्दलीय श्याम विश्नवाणी को सीधी टक्कर देते हुए 11 – 7 के अंतर से जीत हांसिल की। जिसके बाद उपाध्यक्ष चुनाव में त्रिकोणीय संघर्ष भाजपा की अनिता सतीश वर्मा , कांग्रेस की मुमताज बी फकीर मोहम्मद व भाजपा के बागी रितेश चांदी के बीच सामने आया जिसमें अनिता ने 8 मत प्राप्त कर मुमताज को 6 व चांदी को 4 वोट पर ही रोक कर जीत हांसिल की। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव बाद अपील समिति के चुनाव हुए। जिसमें भाजपा की लक्ष्मी लालबहादुर ने कांग्रेस की मंजू रविन्द्र आचार्य को 11 -7 से शिकस्त दी। वहीं अजय दौराया व शीतल कुशल गेहलोत को 9-9 वोट मिलने से गोटी डाली गयी। जिसका फैसला प्रेशी गोधा ने गोटी उठाकर किया। जिसमें अजय दौराया को जीत नसीब हुई। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष व अपील समिति के दोनों विजयी उम्मीदवारों को निर्वाचन अधिकारी निधि सिंह ने तहसीलदार सुदीप मीणा व मुनपा अधिकारी संदेश शर्मा की उपस्थिति में प्रमाण पत्र प्रदान किये।
नगर विकास में कोई कसर नही छोडूंगा – अध्यक्ष टोंग्या
नव निर्वाचित अध्यक्ष अभय टोंग्या ने अग्निपथ से चर्चा में अपनी जीत पर नगर की जनता व संगठन के वरिष्ठ नेताओ सहित सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का धन्यवाद व्यक्त कर आभार माना। आपने कहां की आप सभी के विश्वास पर खरा उतरूगा व नगर विकास में कोई कसर नही छोडूंगा। इधर टोंग्या के नपा अध्यक्ष निर्वाचित होते ही चर्चाओं में विधानसभा चुनाव 2023 के चुनाव में विधायक पद के दावेदारों में भाजपा की और से एक नाम की और बढ़ोतरी के रूप देखा जाना शुरू हो गया है।