संगठन की खींचतान में उलझ गई महापौर परिषद की घोषणा
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम में महापौर परिषद के गठन के लिए शहर के स्तर पर एक सप्ताह के मंथन के बाद तैयार हुई लिस्ट उलझन में पड गई है। उज्जैन में महापौर परिषद(एमआईसी) की जो लिस्ट तैयार की गई थी, उसे भोपाल प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर तलब कर लिया गया है। यहीं नहीं किस नेता ने किस पार्षद के नाम की अनुसंशा की है, इसकी भी जानकारी भोपाल मंगवाई गई है।
उज्जैन भाजपा में फिलहाल सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। नगर निगम चुनाव में डूबी हुई कश्ती को जैसे-तैसे किनारे पर लाने के बाद महापौर मुकेश टटवाल पर स्थानीय प्रभावशाली नेताओं ने अपने समर्थक पार्षदों को एमआईसी में शामिल करने के लिए दबाव बनाना शुरू किया।
एक सप्ताह तक इस पर खूब मंथन भी चला। संभावित नामों की सूची भी तैयार हो गई लेकिन पार्टी नेताओं के बीच मची खींचतान की खबर भोपाल तक पहुंच गई।
अकेले उज्जैन ही नहीं अन्य शहरों से भी प्रदेश मुख्यालय तक ऐसी ही खबरें पहुंची थी लिहाजा जहां-जहां भाजपा की परिषद बनी है वहां के महापौर से एमआईसी के सभी संभावित नाम, उन नामों की रिकमेंड करने वाले नेताओं के नाम और पार्षद की व्यक्तिगत उपलब्धियों की जानकारी तलब कर ली गई है।
एमआईसी के संभावित नामों पर चर्चा के लिए बुधवार को भाजपा शहर अध्यक्ष विवेक जोशी भी भोपाल में ही मौजूद थे। भोपाल में प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर एमआईसी के संभावित नाम मांगे जाने के बाद जो लिस्ट 16 अगस्त तक जारी होने वाली थी, वह अब अगले दो से तीन दिनों के लिए लटक गई है।