महापौर अकस्मात निरीक्षण करने पहुंचे तो खुली पोल
उज्जैन, अग्निपथ। चिंतामण के पास रत्नाखेड़ी गांव में स्थित कपिला गौशाला में शुक्रवार की दोपहर महापौर मुकेश टटवाल अपने कुछ पार्षद साथियों के साथ आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंच गए। यहां महापौर को न स्टाक रजिस्टर मिला, न गौ-शाला के प्रभारी। एक बछड़ा मृत हालत में पड़ा मिला, दूसरा मरणासन्न स्थिति में। गौ-शाला के हाल देखकर महापौर खासे नाराज भी हुए।
यह वाकया सुबह करीब 11 बजे का है। महापौर मुकेश टटवाल, पार्षद शिवेंद्र तिवारी, प्रकाश शर्मा, गब्बर भाटी, विजय सिंह कुशवाह कपिला गौ-शाला पहुंचे। महापौर कपिला गौ-शाला जाने वाले है, इसकी सूचना निगम अधिकारियों को मिल चुकी थी लिहाजा सहायक आयुक्त नीता जैन भी यहां पहुंच गई थी। सहायक आयुक्त ने महापौर व अन्य पार्षदों को गौ-शाला का भ्रमण करवाया और यहां की व्यवस्थाओं की जानकारी दी। गौ-शाला के प्रभारी के बारे में पूछने पर पता चला कि स्वास्थ्य निरीक्षक महेंद्र पांडे 14 अगस्त से अवकाश पर है।
उनकी अनुपस्थिति में स्वास्थ्य अधिकारी संजय कुलश्रेष्ठ व्यवस्था को यहां व्यवस्था संभालना थी लेकिन वे भी नदारद थे। महापौर ने गौ-शाला का स्टाक रजिस्टर मांगा तो जवाब मिला- रजिस्टर ऑडिट में गया है। गौ-शाला के भीतर एक बछड़ा मृत हालत में पड़ा मिला, इसके पास ही एक अन्य बछड़ा मरणासन्न स्थिति में पड़ा था। महापौर ने निर्देश दिए- प्रभारी को नोटिस जारी करो। बीमार गौ-वंश को अलग रखो और गर्भवति गायों के लिए भी अलग व्यवस्था करो।
गौ-शाला में नई इंट्री बंद
लंपी वायरस की वजह से गायों के बीमार होने के केस उज्जैन संभाग में भी सामने आने के बाद से ही नगर निगम की टीम ने कपिला गौ-शाला में गौ-वंश भेजना बंद कर दिया है। शहर में अब जितने भी गौ-वंश आवारा घूमते हुए पकड़े जा रहे है, मौके पर ही फाईन कर उन्हें छोड़ा जा रहा है। महापौर ने गौ-वंश के इलाज से संबंधित जानकारी यहां मौजूद कर्मचारियों से सवाल किए तो कोई भी ठीक से जवाब नहीं दे सका। कपिला गौ-शाला में फिलहाल लगभग 800 गौ-वंश है।