महिला सहित दो डॉक्टर भी आरोपी
देवास, अग्निपथ। शहर के एक निजी अस्पताल के संचालक रांग नंबर से फोन आया और युवती से बात करने के बाद हनीट्रैप का शिकार हो गए। युवती के संपर्क में आने के बाद उनके कुछ फोटो, वीडियो बना लिए गए और फिर देवास के दो डॉक्टरों ने युवती के साथ मिलकर अस्पताल संचालक को डरा-धमकाकर 9 लाख रुपए वसूल लिए।
मामले में अस्पताल संचालक की तरफ से दिए गए आवेदन की जांच के बाद कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को दो डॉक्टरों सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र व जबरन वसूली की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। बताया जा रहा है कि 17 जून को फरियादी डॉक्टर पवन कुमार चिल्लोरिया के पास एक युवती का फोन आया था। उसने पूछा कि आप डॉ. सिंघल बोल रहे हो, इसके बाद डॉक्टर ने कहा मैं डॉ. रोहित बोल रहा हूं। युवती से पूछा कि मेरा नंबर कहां से मिला तो उसने कहा मैं डॉ. सिंघल को फोन लगा रही थी लेकिन आप को लग गया।
कुछ देर बाद फिर से फोन किया और उसका नाम जोया खान बताते हुए कहा, गलती से आपको नंबर लगा था, आपसे बात की तो लगा कि आप बहुत अच्छे इंसान हो, आपसे दोस्ती की जा सकती है। इसके बाद डॉक्टर से दोस्ती बढ़ाते हुए नाम, पता आदि जानकारी ली। बाद में युवती के साथ डॉक्टर की मुलाकात हुई, इस दौरान कुछ अन्य लोग भी शामिल रहेे। मेल-मिलाप के दौरान कुछ फोटो वीडियो बना लिए गए और फिर बाद में डॉक्टर को धमकाकर नगद व चेक से करीब 9 लाख रुपए तीन आरोपियों ने वसूल लिए।
इसके बाद भी डॉक्टर पर दबाव बनाते रहे, परेशान होकर डॉक्टर ने पुलिस को शिकायती आवेदन दिया था। इसकी जांच के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। युवती जोया उर्फ मोनिषा डेविड निवासी भीलवाड़ा राजस्थान के अलावा अन्य दो आरोपी डॉ. संतोष दाबाड़े निवासी कैलादेवी रोड देवास, डॉ. महेंद्र गालोदिया निवासी टोंकखुर्द देवास के खिलाफ धारा 384, 120-बी के तहत केस दर्ज किया गया है।
जांच के बाद एक महिला सहित कुल तीन आरोपियों के खिलाफ आपराधिक षडय़ंत्र, जबरन वसूली का केस दर्ज किया गया है। 9 लाख रुपए वसूलने का जिक्र है, और आरोपियों की भागीदारी के बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
-एम.एस. परमार, टीआई कोतवाली थाना।