उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होने वाली एलएलबी द्वितीय, चतुर्थ और छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं जल्दी संचालित करवाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक-एक दिन का गैप रखा था। वहीं परीक्षा का समय भी सुबह 7 से 10 बजे तक रख दिया। सुबह के समय को लेकर सैकड़ों विद्यार्थियों को परेशानी थी। शुक्रवार को एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने कुलपति का घेराव कर विद्यार्थियों की समस्या बताई। बहस के बाद अब विवि प्रशासन परीक्षाओं के नया टाईम टेबल तैयार कर रहा है।
विक्रम विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के अंतर्गत एलएलबी के द्वितीय, चतुर्थ और छठे सेमेस्टर पाठ्यक्रम में करीब 5 हजार से अधिक विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। अभी तक एलएलबी की परीक्षा दोपहर की शिफ्ट में होती है। और अध्ययन करने के लिए परीक्षा के बीच कम से कम 2 दिन का गैप दिया जाता है। इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने एलएलबी का परीक्षा टाइम टेबल घोषित किया तो सभी परीक्षाएं 1 सितंबर से शुरू होकर 12 सितंबर को संपन्न हो रही है।
परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र के बीच मात्र 1 दिन का गैप रखा गया। वहीं परीक्षा का समय भी सुबह 7 से 10 बजे तक किया था। इसके कारण हजारों छात्र-छात्राएं परेशान हो रहे थे। कारण है कि एलएलबी की परीक्षा में अध्ययन करने के लिए कॉलेजों में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी विद्यार्थी पहुंचते हैं।
टाइम टेबल को लेकर घेराव
परीक्षा का समय सुबह जल्दी होने के कारण विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में परेशानी थी। हालांकि इस मामले को लेकर 2 दिन पहले भी छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन से चर्चा की थी। इधर परीक्षा का टाइम टेबल नहीं बदलने पर शुक्रवार को एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अंबर माथुर, प्रदेश सचिव, प्रीतेश शर्मा, तरुण गिरी, अरुण परिहार, सोनू परमार, कुश वर्मा, हर्षवर्धन राठौर ने कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे का कुलपति कार्यालय के बाहर ही घेराव कर दिया। हालांकि बाद में कुलपति पांडे ने छात्रों की समस्याओं को देखते हुए सुबह 7 से 10 तक के समय को परिवर्तीत कर दोपहर 3 से 6 बजे तक करने और परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्रों के बीच 2 दिन का गैप रखकर परीक्षा कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए हैं।