निगम अधिकारियों से कहा- किसके कहने पर गैंग लेकर आ जाते हो
उज्जैन, अग्निपथ। शनिश्चरी अमावस्या पर इंदौर रोड़ स्थित त्रिवेणी घाट पर स्नान संबंधी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे महापौर मुकेश टटवाल की एसडीएम जगदीश मेहरा से अच्छी खासी बहस हो गई।
दरअसल, एसडीएम ने कलेक्टर के निर्देश पर त्रिवेणी के आसपास अस्थाई दुकाने लगाने वाले कुछ लोगों को निगम गैंग की मदद से हटवा दिया था। महापौर यहां पहुंचे तो दुकानदार उनके सामने रूआंसे हो गए। महापौर ने एसडीएम से दुकानदारों को उचित जगह देने को कहा तो एसडीएम ने टका सा जवाब दे दिया- कलेक्टर साहब के आदेश थे इसलिए इन्हें हटाया है। महापौर ने भी पलटकर सवाल कर लिया- कलेक्टर साहब व्यवस्था करवाए अच्छा है, लेकिन मैं कौन हूं? महापौर ने निगम अधिकारियों से भी कह डाला- यह जगह नगर निगम सीमा में नहीं आती, फिर किसके कहने से दुकानों पर तोडफ़ोड़ करने यहां आ गए।
त्रिवेणी घाट पंचायत क्षेत्र में आता है लेकिन यहां स्नान संबंधी सारी ही व्यवस्थाएं नगर निगम द्वारा कराई जाती है। इसी वजह से शुक्रवार को महापौर मुकेश टटवाल और एमआईसी सदस्य त्रिवेणी घाट पर नगर निगम द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओं को जांचने पहुंचे थे।
महापौर के आगमन से कुछ देर पहले ही एसडीएम जगदीश मेहरा ने निगम गैंग की मदद से इंदौर रोड के ढलान के नीचे अस्थाई दुकानें लगाने वाले लोगो को हटवा दिया था। महापौर मुकेश टटवाल पहुंचे तो हटाए गए लोगों ने उन्हें घेर लिया। कहने लगे- तीज त्योहार पर छोटी-मोटी दुकानें लगाकर कुछ कमा लेते है, कमाई तो दूर उल्टे नगर निगम की गैंग ने हमारा नुकसान कर दिया।
एसडीएम जगदीश मेहरा मौके पर ही मौजूद थे, महापौर ने उनसे पूछा- इन्हें क्यों हटवाया। जवाब मिला- भीड़ और यातायात प्रबंधन में दिक्कत आती है इसलिए कलेक्टर साहब के कहने पर इन्हें हटाया है।
महापौर ने कहा- ठीक है लेकिन इन्हें कोई ऐसी जगह दे दिजिए जहां इनका काम भी चलता रहे और भीड़ व यातायात प्रबंधन में दिक्कत नहीं आए। एसडीएम ने महापौर की बात सुनी-अनसुनी कर दी तो महापौर ने नगर निगम अधिकारियों की क्लास ले डाली। आप लोग क्यों बुराई मौल ले रहे है। किसके कहने से यहां तोडफ़ोड़ करने आ गए।
पार्षद घर पर, दौरे में प्रतिनिधि
महापौर मुकेश टटवाल के साथ त्रिवेणी के दौरे पर एमआईसी सदस्य शिवेंद्र तिवारी, योगेश्वरी राठौर, दुर्गा शक्तिसिंह चौधरी, सुगन बाई वाघेला और पार्षद कैलाश प्रजापत भी गए थे। इनके अलावा दो पार्षद प्रतिनिधि भी महापौर के साथ पहुंचे थे। गोपाल अग्रवाल और गोपाल बलवानी दोनों ही महापौर के साथ त्रिवेणी पहुंचे थे। गोपाल अग्रवाल की धर्मपत्नी अंशु अग्रवाल जबकि गोपाल बलवानी की भाभी दिव्या बलवानी पार्षद है। दोनों पार्षद तो घर पर ही मौजूद थी लेकिन फील्ड में महापौर के साथ उनके प्रतिनिधि दौरा कर रहे थे।