शनिश्चरी अमावस्या 27 अगस्त को, त्रिवेणी पर स्नान

महापौर ने किया त्रिवेणी घाट का निरीक्षण, गोवर्धन सागर में होगा दीपदान

उज्जैन, अग्निपथ। शनिचरी अमावस्या (27 अगस्त) को दृष्टिगत रखते हुए त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है, श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा मंदिर परिसर के साथ-साथ घाट क्षेत्र में विशेष रूप से सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए घाटो पर चेंजिंग रूम, बड़े डस्टबिन, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, घाटो की धुलवाई एवं जिन श्रद्धालुओं द्वारा मन्नत के कपड़े, जूते-चप्पल छोड़े जाते हैं उन्हे एकत्र करने के लिए भी व्यवस्थाएं की गई है।

नगर निगम द्वारा त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए की जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण महापौर मुकेश टटवाल द्वारा एमआईसी सदस्य शिवेन्द्र तिवारी, डॉ. योगेश्वरी राठौर, श्रीमती दुर्गा शक्ति सिंह चौधरी, श्रीमती सुगन बाबुलाल बाघेला, पार्षद कैलाश प्रजापत एवं निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किया गया।

महापौर द्वारा त्रिवेणी घाट पर की जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए निगम द्वारा की गई उत्तम सफाई व्यवस्था की सराहना करते हुए अधिकारीयों की प्रशंसा की गई एवं उन्हे कहां कि घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं से निवेदन करे कि आपके द्वारा छोडे जाने वाले कपड़े एवं जूते निगम द्वारा बनाए गए निर्धारित स्थलों पर ही छोड़े जिससे व्यवस्थाएं समुचित रूप से बनी रहे।

त्रिवेणी घाट पर की जा रही व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग करने हेतु 20 से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारी को कंट्रोल रूम पर तैनात किया गया है साथ ही सफाई व्यवस्था को समुचित रूप से बनाए रखने हेतु डेढ़ सौ से अधिक सफाई मित्र सफाई का जिम्मा संभाल रहे हैं। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त आदित्य नागर, उपायुक्त संजेश गुप्ता के साथ ही अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

इधर गोवर्धन सागर विकास समिति और गोवर्धन सागर बचाओ संघर्ष समिति कि ओर से महंत डॉ रामेश्वर दास तथा भाजपा नेता ओम अग्रवाल के नेतृत्व में आज मेला कार्यालय पर कलेक्टर आशीष सिंह का शाल, श्रीफल और साफा पहनाकर अभिनंदन किया गया। यह जानकारी समिति के कमल कौशल ने देते हुए बताया कि एनजीटी के द्वारा उज्जैन के धार्मिक, पौराणिक महत्व रखने वाले गोवर्धन सागर को लेकर माकूल फैसला देते हुए उसे तालाब घोषित किया गया है। खसरा नंबर 1281 को तालाब घोषित किया गया है। जैसे ही यह खबर संघर्ष समिति और विकास समिति के सदस्यों के बीच पहुंची उनके बीच हर्ष व्याप्त हो गया।

आज इसी कड़ी में कलेक्टर आशीष सिंह का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर महंत डॉ. रामेश्वर दास, महंत विशाल दास, महंत रामचंद्र दास, महंत बलराम दास, महंत हरिहर दास, महंत राघवेंद्र दास, महंत दिग्विजय दास, पवन यादव, सुनील जैन, संजय कुशवाह, धर्मेंद्र शर्मा, राजेंद्र चौहान, विशाल यादव, त्रिलोक लश्करी, आनंद पांचाल, विजय राठौर, संजय यादव, मुकेश सूर्यवंशी, दीपक राठौर आदि उपस्थित थे। इस संबंध में ओम अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया की शनिचरी अमावस्या के अवसर पर गोवर्धन सागर में दुग्ध पूजन और दीपदान का आयोजन शाम 5 बजे रखा गया हैं।

शनि शक्ति पीठ पर आज होगा शनिशांति महायज्ञ

शनिश्चरी अमावस्या के अवसर पर 27 अगस्त शनिवार को जंतर मंतर के पास स्थित शनि शक्ति पीठ मंदिर पर दोपहर 11 से 12 बजे तक शनिशांति महायज्ञ का आयोजन होगा। वहीं शाम 6 बजे से महामस्तकाभिषेक तथा रात्रि 8 बजे भगवान शनिदेव की महाआरती कर महाप्रसादी वितरण की जाएगी। भगवान शनिदेव के वक्रीय प्रभाव एवं कठोर दण्डात्मक न्याय से मनुष्य ही नहीं अपितु देवता भी प्रभावित होते हैं। शनिदेव के वक्री होने से साढ़ेसाती, ढैय्या, पनोती के प्रभाव से धन हानि होने, व्यापार बन्द हो जाना, नौकरी में समस्या गृहक्लेश, तलाक की समस्या, झगड़ा, बीमारी, अकाल मृत्यु तथा शत्रु बाधा का सामना करना पड़ता है। इन समस्त समस्याओं के निवारण हेतु शनि जयंती के दुर्लभ एवं पावन अवसर पर भगवान शनिदेव को तुलादान करने (तेल एवं लोहा दान) से शनि ग्रहदोष जनित उक्त समस्याओं में भक्तों को पूर्ण एवं चमत्कारी लाभ मिलता है।

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