अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की, परेशान हुए परिजन
उज्जैन, अग्निपथ। उन्हेल-नागदा मार्ग पर स्कूल के बच्चों का वाहन दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद चार बच्चो की मौत की घटना के बाद से ही परिवहन विभाग का अमला सडक़ पर उतर कर स्कूल वाहनों की चैकिंग अभियान में जुटा है। इस दौरान आरटीओ ने ऑटो चालाक द्वारा स्कूली बच्चे लाने ले जाने पर रोक लगा दी है। अब कार्यवाही के विरोध में आटो चालक लामबंद हो गए है। सभी आटो चालकों ने आरटीओ की कार्यवाही के बाद बच्चों को स्कूल छोडऩा बंद कर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।
दो दिन से परिवहन विभाग (आरटीओ) द्वारा शहर में स्कूल जाने वाले वाहनों का चैकिंग अभियान चलाकर सख्ती दिखाई है। ऐसे में शुक्रवार को आरटीओ ने आटो चालक के चालान बनाकर उन्हें हिदायत दी थी की अब वे आगे से छोटे बच्चो को स्कुल में नहीं छोड़ सकेंगे। आटो चालकों के खिलाफ कार्यवाही होते ही शहर के आटो चालक आरटीओ की खिलाफत में उतर आए है।
हालत यह है कि कार्यवाही के कारण कुछ स्कूलों के बच्चों को स्कूल तक नही पहुंचाया जा रहा है। जाहिर है आटो चालकों के इस तरह के विरोध से बच्चों के अभिभावक भी परेशान है। शनिवार को आटो चालकों ने नीलगंगा मार्ग पर एकत्रित होकर आरटीओ की कार्यवाही पर विरोध जताया। आटो चालकों का कहना है कि कोई भी बड़ी घटना होते ही आटो चालकों पर निशाना बनाकर कार्यवाही की जाती है। जबकि उन्हेल-नागदा मार्ग पर हुई घटना आरटीओ विभाग की लापरवाही का नतीजा है।
उन्हेल-नागदा मार्ग की भीषण घटना में चार बच्चों की हुई थी मौत
22 अगस्त को सुबह जिले के उन्हेल-नागदा मार्ग पर तूफान वाहन से स्कूल जा रहे बच्चों का वाहन ट्रक से टकरा गया था। इस भीषण हादसे में चार बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं आठ बच्चों का ईलाज जारी है। इस घटना के बाद से ही प्रशासन का अमला हरकत में आया है। अधिकारियों के निर्देश के बाद ही दो दिन पहले आरटीओ ने स्कूल वाहनों की चैकिंग करते हुए कार्यवाही शुरू की है। आटो के अलावा अन्य स्कूल वाहनों की भी चैकिंग की जा रही है।