मृतक का शव बरामद करने के लिए उज्जैन से गोताखोरों का दल पहुंचा
उन्हेल, अग्निपथ। उज्जैन शहर से 35 किलोमीटर दूर उन्हेल-करनावद मार्ग में गंभीर नदी की पुलिया पर पानी के तेज बहाव में एक ट्रैक्टर ट्रैक्टर नदी में गिरा और बह गया। इस दौरान ट्रैक्टर पर सवार चालक और एक अन्य व्यक्ति भी डूब गए। घटना के तुरंत बाद रेस्क्यू टीम के पहुंचने पर एक व्यक्ति को नदी से बाहर निकाल लिया गया है। अन्य व्यक्ति की तलाश की जा रही है।
महिदपुर उन्हेल मार्ग के करनावद इटावा गंभीर डेम रपट पर रविवार की दोपहर में तेज गति से पानी बह रहा था उसी दौरान एक ट्रैक्टर पर सवार 2 किसानों ने जान की परवाह न करते हुए ट्रैक्टर रपट पर डाल दिया। रपट पार करते वक्त ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया उसी दौरान ट्रैक्टर गंभीर नदी में गिर गया जिसमें शंकरलाल पिता अंबाराम आंजना निवासी पिपलिया सारंग और उसका साथी नानूराम पिता हीरामोची गंभीर नदी में बह गए।
जिसमें नानूराम मोचीको ग्रामीण और पुलिस के सहयोग से उसे बचा लिया गया तथा ट्रैक्टर चालक शंकरलाल पिता अंबाराम आंजना ट्रैक्टर के अंदर फंस गया। पानी का बहाव तेज होने के कारण शंकरलाल नदी में बह गया नागदा एसडीएम आशुतोष गोस्वामी के निर्देश पर उन्हेल इटावा गंभीर डेम के गेट बंद किए गए पानी कम पढऩे पर खोजबीन की गई तो शंकरलाल का कोई अता पता नहीं लगने पर नायब तहसीलदार नवीन छलोत्रे, टीआई डीआर जोगावत ने शंकरलाल के शव को खोजने के लिए उज्जैन से गोताखोरों का दल बुलाया। काफी खोजबीन के बाद शाम तक मृतक का शव पुलिस को नहीं मिला है उसकी खोजबीन की जा रही है
ब्रिज का चल रहा है निर्माण
उन्हेल-महिदपुर मार्ग की करनावद कि यह रपट बारिश के दौरान उज्जैन डैम से पानी छोडऩे के बाद यह मार्ग कई दिनों तक बंद हो जाता है। इसी समस्या को लेकर लोक निर्माण विभाग के सेतु निगम द्वारा करीब 6 करोड़ रुपए की लागत से ब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके निर्माण के बाद ही आवागमन की समस्या का हल निकलेगा इस रपट पर इस तरह की घटना का भय बना रहता है।
चौकीदार के भरोसे रहता है मार्ग
उन्हेल-महिदपुर मार्ग आए दिन बारिश में बंद होता है इसको लेकर करनावत के चौकीदारों को तैनात किया जाता है पर रविवार की घटना के दिन एक बात का और खुलासा हुआ है कि नागदा एसडीएम द्वारा पटवारियों को अपने हलके में रहने के निर्देश दिए थे मुख्यमंत्री की एक योजना का काम आज पूरा करना था पर जब घटना घटी तो पिपलिया सारंग करनावत आदि के पटवारी अपने हल्के में ना होते हुए उज्जैन और नागदा में होने से नागदा एसडीएम के द्वारा दिए गए निर्देश की पटवारियों ने टेबल ड्राफ्टिंग कर आंकड़ों की खानापूर्ति करी वह पटवारियों के मौके पर मौजूद नहीं होने से स्पष्ट हो गई।
वही पिपलिया सारंग पटवारी ने तो बहुत ही चतुराई से ढाबला फंटा होकर करनावत पहुंचकर अपने फोटो खींच कर घटनास्थल पर मौजूद होने के प्रमाण देकर घटनास्थल पर रहने का उल्लेख कर फिर से प्रशासन की आंख में धूल झोंकी है।