भोपाल जाने के लिए गाड़ी में बैठाकर रतलाम की ओर ले जाने लगे, रास्ते में छोड़ा
रुनिजा (बडऩगर), अग्निपथ। उज्जैन से महाकाल के दर्शन कर लौट रहे ग्वालियर के वृद्ध दंपति को झांसेबाजों ने नकली पुलिस अधिकारी बन लूट लिया। दंपत्ति को नगदी व सोने की ज्वेलरी सहित पांच लाख की संपत्ति से हाथ धोना पडा।
पुलिस के अनुसार ग्वालियर किला गेट गंज निवासी विद्युत मंडल के सेवानिवृत्त अधिकारी राजकुमार जैन पत्नी उषा जैन के साथ उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन करने आए थे। दर्शन के बाद ग्वालियर जाने के लिए भोपाल हेतु उज्जैन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। तभी इनके पास एक व्यक्ति आकर बैठा और बातों बातों में कहा कि हम पुलिस अधिकारी हैं व भोपाल जा रहे है, आप भी साथ चलिए।
बुजुर्ग दंपत्ति भरोसे में आकर उनके साथ गाड़ी में आकर बैठ गए। तभी दोनों व्यक्तियों ने दंपत्ति से यह कहकर कि यहां सोने की लूट हो चुकी है। पति-पत्नी से सोने की रकम, रुपये 28 हजार रुपए नगद, 3 तोले की 3 सोने की अंगूठी, दो हाथ के कड़े सोने के 2 तोले के, एक चेन 1 तोले की, दो कान के टॉप्स एक तोले सोने के एवं एटीएम कार्ड और मोबाइल सिम निकालवा लिए।
गाड़ी में बैठाने के बाद दंपत्ति को भोपाल न ले जाते हुए रतलाम तरफ ले आए तब रुनिजा के पास आकर बुजुर्ग दंपति को भनक लगी। तो वे बोले कि यह भोपाल का रास्ता नहीं है। तब बदमाशों ने चेकिंग का कह कर रुनीजा बस स्टैंड पर तेजाजी मंदिर पर दंपत्ति को उतार दिया। जब उक्त बदमाश वापस नहीं आए तो दंपति को शंका हुई और लिफाफा खोलकर देखा तो उसमें लोहे का कड़ा और लोहे की सामग्री तथा तहकर रखा कागज निकला।
उक्त घटना से घबराकर दंपति रोने लगे। रेल्वे स्टेशन पर भाजपा नेता जीवन डोडिया की दुकान पर पहुंचे जहां से डोडिया व प्रकाश धाकड़ के साथ भाटपचलाना थाने पहुंच कर आवेदन दिया। परन्तु घटना उज्जैन रेल्वे स्टेशन की होने पर उज्जैन भेजा गया। धाकड़ रात्रि में ही उन्हें उज्जैन लेकर गए। उज्जैन पुलिस ने सीसी कैमरे देखा तो उसमें एक बदमाश जो काला शर्ट पहने उक्त दम्पति को स्टेशन से अपने साथ बाहर लेकर जाता दिखा। पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है।