पत्थरों के साथ घर पर फेंके सुतली बम
उज्जैन, अग्निपथ। पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी कुछ दिनों से शराबियों की हरकतों से काफी परेशान है। मंगलवार को थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि उसके घर पर पत्थरों के साथ सुतली बम फेंक जा रहे है। पुलिस ने मामला जांच में लिया है।
पुलिस विभाग में पदस्थ रहे शिव बहादुरसिंह चौहान प्रधान आरक्षक के पद से कुछ समय पहले सेवानिवृत हुए है। उन्होने आगररोड गणेश कॉलोनी में मकान खरीदा है। कुछ दिनों से उनके घर पर समीप शराबखोरी करने वाले बदमाशों द्वारा पत्थर फेंके जा रहे है। रविवार को बदमाशों ने सुतली बम जलाकर फेंके। बदमाशों को रोकने का प्रयास करने पर उनके साथ गाली-गलौच की गई।
मंगलवार को चिमनगंज थाने पहुंचकर शिव बहादुरसिंह चौहान ने मामले की शिकायत दर्ज कराई और बताया कि घर से समीप रेलवे की खुली भूमि पड़ी है। जहां रात में नशा करने वालों की भीड़ जमा हो जाती है। देर रात तक नशा कर हंगामा किया जाता है। कुछ दिन पहले फेंक गये पत्थरों से उनके खिडक़ी दरवाजे क्षतिग्रस्त हो गये थे। पुलिस ने मामले में बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर क्षेत्र में लगातार भ्रमण करने की बात कहीं है।
रुपयों से भरा बैग उड़ाने वालो का नहीं मिला सुराग
उज्जैन, अग्निपथ। दौलतगंज में खड़ी वेन का कांच खोलकर रुपयों से भरा बैग उड़ाने वाले बदमाशों का 24 घंटे बाद भी सुराग नहीं लग पाया। पुलिस बदमाशों के भागने वाले मार्ग पर लगे कैमरों के फुटेज खंगालने में लगी है। तराना का रहने वाला मुकेश पिता कैलाश प्रजापत सोमवार शाम को मारुति वेन क्रमांक एमपी 13 बीए 3808 से खरीददारी करने दौलतगंज आया था।
राजेश ट्रेडर्स के सामने खड़ी वेन का कांच खोलकर बदमाशों ने 85 हजार रुपयों से भरा बेग उड़ा दिया था। देवासगेट पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। तीन से चार बदमाशों के फुटेज सामने आये है, जिनकी पहचान के प्रयास किया जा रहा है। वहीं पुलिस बदमाशों के भागने वाले मार्ग पर लगे कैमरों के फुटेज भी खंगालने में लगी हुई है। वारदात के बाद बदमाश दौलतगंज चौराहा की ओर भागे थे। पुलिस को आशंका है कि बदमाश बाहरी हो सकते है।
गौरतलब हो कि अप्रैल माह में घी मंडी में हुई 4.70 लाख का बैग उड़ाने वाले बदमाशों का सुराग भी पुलिस को अब तक नहीं लग पाया है। वहीं मई में मोहननगर तिराहे पर कार से अनाज व्यापारी के साथ 3.50 लाख का बैग उड़ाने के मामले में चिमनगंज पुलिस फुटेज के आधार पर नागदा तक पहुंची थी, लेकिन बदमाश ट्रेन में सवार होकर भाग निकले थे।