दो माह बाद महाकाल गर्भगृह में सामान्य श्रद्धालुओं का प्रवेश

भक्तों को एक से चार बजे तक मिलेगा प्रवेश

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार को करीब दो माह से अधिक समय बाद सामान्य श्रद्धालुओं को गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल का स्पर्श कर दर्शन करने का अवसर मिला। मंदिर समिति ने भीड़ की स्थिति कम होने पर गर्भगृह से दर्शन की व्यवस्था शुरू कराई है। आने वाले दिनों में भी भीड़ कम होने पर श्रद्धालु गर्भगृह में जा सकेगें।

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में समिति ने मंगलवार को भगवान महाकाल के भक्तों की मुराद पूरी कर दी। दोपहर 1 बजे से सामान्य श्रद्धालुओं को गर्भगृह दर्शन शुरू कराने की व्यवस्था की। श्रद्धालुओं का प्रवेश दोपहर साढ़े तीन बजे तक रही। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल का स्पर्श कर दर्शन किए।

हालांकि दर्शन की व्यवस्था शुरू होने के बाद अन्य भक्तों को इसकी जानकारी मिलते ही दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगने लगी। श्रद्धालुओं की कतार गर्भगृह से लेकर मंदिर के बाहर तक नजर आने लगी। एक के पीछे एक खड़े होकर श्रद्धालु बाबा महाकाल के जयकारे लगाते हुए दर्शन कर रहे थे। बता दें कि मंदिर समिति ने 21 जून को श्रावण-भादो महिने में अधिक भीड़ को देखते हुए गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित किया था। अब भीड़ कम होने पर सामान्य श्रद्धालुओं को प्रवेश देने का क्रम शुरू किया है।

गर्भगृह में प्रवेश के दौरान प्रोटोकाल व्यवस्था बंद रहेगी

श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि मंगलवार से गर्भगृह में सामान्य श्रद्धालुओं को प्रवेश देने की व्यवस्था शुरू की है। आगे भी भीड़ की स्थिति देखने के बाद प्रवेश देने की व्यवस्था की जाएगी। जब सामान्य जनों का प्रवेश रहेगा उस दौरान प्रोटोकाल, शीघ्रदर्शन टिकट, 1500 सौ रूपए की टिकट की व्यवस्था बंद रहेगी।

भस्मारती के नाम पर श्रद्धालु के साथ धोखाधड़ी

कृष्णगिरी आश्रम के महाराज पर केस दर्ज

उज्जैन, अग्निपथ। भस्मारती के नाम पर जयपुर के श्रद्धालु के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में बुधवार को पुलिस ने कृष्णगिरी आश्रम के महाराज के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया।
7 अगस्त को जयपुर कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ अनमोल शर्मा ने अपने परिचित के माध्यम से बाबा महाकाल की भस्मारती और जलाभिषेक के लिये बुकिंग कृष्णगिरी आश्रम के महाराज के माध्यम से कराई।

महाराज कृष्णगिरी ने भस्मारती के नाम पर 13 सौ और जलाभिषेक के नाम पर 15 सौ रुपये प्रति व्यक्ति लिये थे। 8 अगस्त को अनमोल शर्मा उज्जैन पहुंचे और आश्रम में ठहरे। सुबह उन्होने भस्मारती में जाने के लिये महाराज से कहा तो वह टाल मटोल करने लगे। उन्होने ना तो भस्मारती कराई ना ही जलाभिषेक।

उनका कहना था कि मंदिर समिति को राशि जमा कर दी गई है। जब अनमोल शर्मा ने मंदिर समिति से संपर्क किया तो राशि जमा होना सामने नहीं आया। उन्होने मामले की शिकायत महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति को लिखित में दर्ज कराई। समिति की ओर से दिनेश शर्मा ने मामले में महाराज के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का पत्र महाकाल थाना पुलिस को सौंपा। पुलिस ने बुधवार को मामले में कर्कराज पार्किंग के समीप बने कृष्णगिरी आश्रम के महाराज पर धोखाधड़ी की धारा 420 का प्रकरण दर्ज किया है।

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