देवास, अग्निपथ। शहर के अस्पताल संचालक डॉक्टर के बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की मुख्य आरोपी जोया उर्फ मोनिशा डेविड को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने 3 दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है। 5 सितंबर तक की मिली रिमांड पर कोतवाली पुलिस उससे पूछताछ करेगी। इस दौरान पुलिस यह जानने की कोशिश करेगी कि उसने और किसको शिकार बनाया है। यह आरोपी महिला भीलवाड़ा की रहने वाली है।
शहर के चर्चित हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में गिरफ्तार भीलवाड़ा निवासी आरोपी जोया उर्फ मोनिशा डेविड को कोतवाली थाना पुलिस ने जिला कोर्ट में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं शिव कुमार कौशल की कोर्ट में पेश किया। उसे पुलिस रिमांड दी गई है। पुलिस इस मामले में बारीकी से जांच करेगी। इसके साथ ही पुलिस कई सबूत भी जुटाने में जुटी है। बता दें कि शहर के निजी नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर हनी ट्रैप का शिकार हुए थे।
इसी को लेकर फरयादी डॉ. पवन कुमार चिल्लोरिया के 11 पन्ने के शिकायती आवेदन पर सिटी कोतवाली पुलिस ने मुख्य आरोपी जोया उर्फ मोनिशा डेविड के अलावा डॉक्टर संतोष दाभाड़े, डॉ. महेन्द्र गालोदिया के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इन आरोपियों पर डॉक्टर को ब्लैकमेल कर 9 लाख रुपये वसूलने का आरोप है। अब पुलिस आरोपी जोया से राज खुलवाएगी।
खुलेंगे कई राज
हनी ट्रैप के कई राज अभी खुलने बाकी हैं। इसी मामले में शहर के तीन वकीलों के भी पुलिस बयान दर्ज कर चुकी है। इस मामले को लेकर शहर में सनसनी फैल गई थी। पुलिस आरोपी महिला से यह जानने की कोशिश करेगी कि डॉक्टर से वसूली गई राशि कहां है. इसके अलावा और किसे-किसे अपना शिकार बनाया. इसके साथ ही उसके साथ और कौन-कौन शातिर लोग हैं।