विश्लेषण : कर्ज का बोझ और पारिवारिक कलह जिले में आत्महत्या का प्रमुख कारण
उज्जैन, अग्निपथ। 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या निरोध दिवस मनाया गया। आत्महत्याओं को रोकने और इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए इस दिन देश और दुनिया में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। आज भारत में ही हजारों की संख्या में लोग आत्महत्या कर रहें हैं। अगर हम सिर्फ उज्जैन और आस-पास की तहसीलों की ही बात करें तो यहाँ पिछले एक माह में ही करीब 15 लोगों ने अलग-अलग कारणों से आत्महत्या की है ।
इन आकड़ों में हर वर्ग और समुदाय के लोग शामिल हैं । यह एक चिंता का विषय है क्योंकि शहर में हर रोज़ कोई ना कोई ऐसा कदम उठाने का प्रयास कर रहा है । इनमें से ज्यादातर लोग कर्जदारों से परेशान हैं, कुछ बेरोजगारी के कारण अवसाद में हैं और कुछ परिजनों और प्रेम संबंधों के कारण तनाव झेल रहें हैं ।
पिछले एक माह आत्महत्या की प्रमुख घटनाएं
- 7 अगस्त- लक्ष्मी पति भूपेंद्र सिंह (27)और उनकी सहेली ममता पति मुकेश नागर (42) की जहर खाने से मौत ।
कारण: अवसाद - 8 अगस्त-अरमान सिद्दीकी (24) फांसी लगाकर जान दी
कारण- कर्ज का बोज।
सोहन पिता सालगराम चौहान (28) जहर खाने से मौत।
कारण-अज्ञात - 14 अगस्त-रितिक पिता विक्रम सोलंकी (22) शिप्रा में छलांग लगाकर जान दे दी ।
कारण-अज्ञात - 15 अगस्त- पुकार लाल पिता भगा सेन (40) फांसी लगाकर जान दी ।
कारण-अज्ञात - 17 अगस्त- रवि पिता तोलाराम पांचाल (35) अपनी तीन बेटियों अनामिका (12), आराध्या (8) और अनुष्का (7) को लेकर मालगाड़ी के सामने आ गया ।
कारण -किसी महिला द्वारा प्रताडि़त करना और परिवार के सदस्यों से अनबन । - 19 अगस्त- रोहित पिता राधाकिशन (79) फांसी लगाकर आत्महत्या करी ।
कारण-अज्ञात - 23 अगस्त-रोहित पिता राधामोहन यादव ने मकान की तीसरी मंजिल पर फांसी लगा ली।
कारण-ससुराल वालों द्वारा प्रताडि़त करना । - 2 सितंबर- नवविवाहित मालती विश्वकर्मा (24) ने नानाखेड़ा बस स्टैंड पर जहर खा लिया ।
कारण – पति के साथ अनबन । - 5 सितंबर- भाजयुमों कार्यकर्ता अमर यादव ने इंदौर रोड़ स्थित चौधरी के ढाबे के समीप जहर खाया ।
कारण-कर्जे की चिंता । - 6 सितंबर- नौंवी के छात्र कृष्णकांत पिता राजेश (14) घर में केबल के वायर से फंदा बनाकर फांसी लगा ली ।
कारण-अज्ञात - 6 सितंबर- अरुण पिता कमल (22) घर पर फांसी लगा ली।
कारण-अज्ञात - 8 सितंबर- विकास पिता भंवरलाल बंजारा (20) घर पर फांसी लगाई ।
कारण-शराब पीने का आदी होना।
मध्यप्रदेश बनेगा आत्महत्या रोकथाम नीति लाने वाला पहला प्रदेश- विश्वास सारंग
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कुछ समय पहले एक कार्यक्रम में कहा था कि मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश में आत्महत्याओं के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए एक नीति लाने वाली है । इस नीति की रूपरेखा तैयार करने के लिए देश के नामी मनोचिकित्सक, कानुनी सलाहकार और समाज से जुड़े से सुझाव लिये जाएंगे । उन्होंने कहा कि आत्महत्या की रोकथाम के लिए सरकार और समाज को मिल कर काम करना होगा ।