खबर का असर: कलेक्टर ने निरस्त करवाए नगर निगम के हवाहवाई नोटिस

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फोन पर नगर निगम के अधिकारी को जमकर लगाई लताड़

उज्जैन, अग्निपथ। अंकपात मार्ग पर बिना सिर पैर के नगर निगम अमले द्वारा हवा-हवाई तौर पर बांट दिए गए 24 नोटिस के मामले में कलेक्टर आशीष सिंह भी निगम अधिकारियों पर खासे नाराज हो गए है। सोमवार शाम नगर निगम के अधिकारी की कलेक्टर ने फोन पर ही अच्छी-खासी क्लास ले डाली। कलेक्टर ने सख्त लहजे में उक्त अधिकारी को सभी नोटिस तत्काल निरस्त करने को कहा है।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) में प्रचलित गोवर्धन सागर से जुड़े एक मामले में फैसला आने के बाद राजस्व और नगर निगम का अमला गोवर्धन सागर की जमीन का सीमांकन करने और इस पर अतिक्रमण की वास्तविक स्थिति का पता लगाने की कोशिश में जुटा है। नगर निगम के जोन क्रमांक 2 से 9 सितंबर को अंकपात मार्ग पर चेरिटेबल अस्पताल की पट्टी वाले 24 मकान मालिकों को गोवर्धन सागर की जमीन का कब्जेदार बताते हुए अवैध निर्माण के नोटिस टिका दिए थे।

बिना किसी भौतिक जांच के हवा-हवाई तरीके से बांटे गए इन नोटिस के बाद से ही सभी 24 रहवासी परिवार खौफ में आ गए थे। इन सभी के मकान सर्वे नंबर 1289/1 पर है जबकि गोवर्धन सागर सर्वे नंबर 1281 पर दर्ज है। जिन रहवासियों को नोटिस दिए गए वे सभी नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव के वार्ड के रहवासी है। निगम से नोटिस जारी किए जाने से पहले अधिकारियों ने निगम अध्यक्ष से भी उन्हीं के वार्ड से संबंधित मसले पर बात तक नहीं की।

सोमवार की शाम सभी 24 परिवारों के प्रतिनिधि के रूप में पूर्व पार्षद ओम अग्रवाल, कमल कौशल व 3 अन्य लोग कलेक्टर आशीष सिंह से मुलाकात करने पहुंचे। इन्होंने कलेक्टर को वास्तविक स्थिति बताई। जिन लोगों को नोटिस मिले है, उनमें से ज्यादातर तो खुद गोवर्धन सागर के शुद्धीकरण अभियान के सक्रिय सदस्य रहे है।

कलेक्टर ने इनका पक्ष सुना और इसके बाद नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी को फोन कॉल किया। कलेक्टर ने उक्त अधिकारी को जमकर खरी-खोटी सुनाई। कहा- आपने सडक़ के पार वाले लोगों को नोटिस कैसे दे दिए, इनका मकान तो गोवर्धन सागर के सर्वे नंबर पर है ही नहीं। अंदाजमार काम क्यों कर रहे है, तत्काल दिए गए नोटिस को निरस्त करवाईए।

रहवासियों का अहित नहीं होने देंगे

अपने वार्ड के 24 रहवासियों को बेसिर-पैर के नोटिस थमा दिए जाने के मामले में सोमवार को नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव ने भी निगम अधिकारियों को फटकार लगाई। कलावती यादव से रहवासियों का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को मिलने नगर निगम पहुंचा था। नागरिकों से मुलाकात के दौरान श्रीमती यादव ने कहा कि वैध तरीके से निगम अनुमति लेकर मकान बनाने वाले किसी भी रहवासी का अहित नहीं होने देंगे।

उन्होंने अपर आयुक्त आदित्य नागर को निर्देश दिए कि जिन भी लोगों को गलत नोटिस दिलवाए गए है, वे सभी तत्काल निरस्त करवाए जाए और गोवर्धन सागर की भूमि के सर्वे नंबर का विधिवत मिलान करवाने के बाद ही नोटिस जारी किए जाए।

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