घर का काम करने के बहाने देखा मकान और दिया वारदात को अंजाम
धार, अग्निपथ। शहर की कैलाश नगर कॉलोनी में हुई चोरी के मामले का रविवार को खुलासा किया है। 7 दिन में पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के साथ ही चोरी गई रकम भी बरामद की है। इस लिहाज से यह एक बड़ी सफलता है। मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने चोरी के मामले में महिला सहित दो गिरफ्तार इंदौर के खजराना क्षेत्र से पकड़ा। साथ ही चुराया सामान भी इनके पास से बरामद किया है।
गौरतलब है कि 4 सितंबर को मार्बल व्यापारी मुकेश जाट के कैलाश नगर स्थित घर पर चोरी की वारदात हुई थी। कोतवाली थाने में दर्ज रिपोर्ट में फरियादी ने बताया था कि घर से 8-10 लाख रुपए अज्ञात व्यक्ति द्वारा चुराए गए है। इस पर कोतवाली पुलिस ने धारा-457 व 380 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
घटना के बाद एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन कर कार्रवाई के निर्देश दिए कोतवाली टीआइ समीर पाटीदार ने बताया घटना की जांच के लिए टीम को लगाया। पूछताछ में पता चला कि इंदौर की अंजु उर्फ मिसबा नाम की महिला सुबह घर का काम करने के लिए घर देखने आई थी। मिसबा को जाट ने पूरा घर दिखाया। आसपास के लोगों ने बताया कि रात करीब 2 बजे दो अंजान लडक़े व लडक़ी घूम रहे थे।
शंका के चलते पुलिस ने मिसबा का पता लगाया तो पता चला कि मिसबा अपने मित्र सोनू उर्फ सोहेब व अन्य के साथ घटना के बाद से फरार है। संदेहियों की तलाश में जुटी पुलिस इंदौर खजराना पहुंची। संदेही सोनू खजराना स्थित एक चाय की दुकान के पास बैठने की सूचना मिली।
इस पर टीम ने घेराबंदी कर सोनू उर्फ सोहेब पिता अनवर खान निवासी खजराना को पकड़ा। सोनू से पूछताछ में बताया कि मिसबा उर्फ अंजु निवासी चंदन नगर व मेहबूब निवासी खजराना ने मिलकर 3 सितंबर की रात घर का दरवाजा तोडकऱ वारदात को अंजाम दिया और फिर इंदौर लौट आए।
आरोपी सोनू से पुलिस ने 5 लाख 13 हजार 400 रुपए बरामद किए। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। कार्रवाई में एएसआइ गजेंद्र सिंह चौहान, नीलेश यादव, प्रधान आरक्षक आसिफ शेख, आरक्षक शुभम जादौन, महिला आरक्षक रिंकु रावत व साइबर शाखा से आरक्षक प्रशांतसिंह चौहान का सराहनीय योगदान रहा।