मृत कर्मचारी की अनुग्रह राशि जारी करने के लिए मांगे थे पांच हजार
उज्जैन,अग्निपथ। लोकायुक्त टीम ने मंगलवार दोपहर आयुर्वेदिक धनवंतरी कॉलेज के बाबू को पांच हजार की घूस लेते हुए ट्रेप किया है। मंगलनाथ मार्ग पर की गई कार्रवाई के दौरान टीम ने आरोपी का पेंट उतराकर भी जब्त किया है। आरोप है कि बाबू अनुग्रह राशि जारी करने के लिए मृत कर्मचारी के दामाद से रिश्वत ले रहा था।
फतियाबाद हाल मुकाम इंदौर निवासी संतोष श्रीवास्तव मंगलनाथ रोड़ स्थित आयुर्वेदिक धनवंतरी कॉलेज में वार्ड बाय थे। वर्ष 2019 में उनकी बीमारी से मौत हो गई थी। श्रीवास्तव की ग्रेज्यूटी व अन्य राशि नहीं मिलने पर परिजनों ने कोर्ट में केस लगाया था। न्यायालय ने कॉलेज प्रशासन को मृतक की बेटियों को राशि के साथ 50 हजार रुपए अनुग्रह राशि देने के आदेश दिए। बावजूद कॉलेज का सहायक ग्रेड 3 (बाबू) भैरुनाला निवासी ब्रजेश पिता रमेशचंद्र धाकड़ (35)आदेश नहीं मान रहा था। वह राशि जारी करने के लिए संतोष के दामाद जीवन से पांच हजार रुपए मांग रहा था।
जीवन द्वारा सोमवार को शिकायत करने पर लोकायुक्त एसपी ने उसे ट्रेप करने के निर्देश दिए। तत्पश्चात जैसे ही मंगलवार दोपहर एक बजे धाकड़ ने जीवन को बुलाकर खाक चौक पर रुपए लिए निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने उसे दबोच लिया। घूस की राशि जेब में रखने पर टीम ने उसकी पेंट उतराकर जब्त की और भ्रष्टाचार अधिनियम का केस दर्ज कर दिया।
छह माह से लगा रहे थे चक्कर
बताया जाता है कि वार्डबाय संतोष ने रिकार्ड में किसी वारिस का नाम नहीं लिया था। इसलिए संतोष की गे्रज्यूटी व अन्य राशि सहित करीब 4.20 लाख रुपए अटके हुए थे। राशि के लिए कोर्ट से आदेश के बाद भी संतोष का दामाद जीवन छह माह से धाकड़ के चक्कर लगा रहा था,लेकिन साथी कर्मचारी के परिवार की मदद की बजाए वह घूस के लिए अड़ा था।
इनकी रही भूमिका
धाकड़ को रंगेहाथ पकडऩे में एएसआई जादमसिंह,आरक्षक विशाल,संदीप, नीरज व सुनील की मुख्य भूमिका रही है। बताया जाता है कि इस वर्ष 9 माह में लोकायुक्त करीब 18 भ्रष्ट कर्मचारियों को रंगेहाथ पकड़ चुकी है।