उज्जैन, अग्निपथ। देवासरोड स्थित एक पोहा फैक्ट्री में शुक्रवार शाम शार्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। हादसे से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। घटना में तीन महिला कर्मचारी जलकर खाक हो गई। वहीं एक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना स्थल की स्थिति देख महिलाओं के करंट की चपेट में आने की भी संभावना व्यक्त की जा रही है। मामले में नागझिरी पुलिस जांच कर रही है।
नागझिरी उद्योगपुरी में बिंदल प्रोसेस नाम से राकेश बिंदल की पोहा फैक्ट्री है। शुक्रवार को रोज की तरह फैक्ट्री में मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब 5.30 बजे फैक्ट्री में आग लग गई। आग देख परिसर में काम कर रहे मजदूर भाग गए। वहीं अंदर काम कर रही चार महिलाएं चपेट में आ गई। हादसे में क्षेत्र में रहने वाली ज्योतिबाई पति पप्पू (25) नेहरू नगर की क्षमा पति प्रभुलाल (45), आगर जिला स्थित ग्राम बरखेडी निवासी दुर्गा पति राधेश्याम ( 47 ) की झुलसने से मौत हो गई। जबकि विक्रम नगर निवासी सीमा पति प्रहलाद बाघेला (35) गंभीर रूप से झुलस गई ।
सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाकर चारों को निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां सीमा को भर्ती कर शेष तीनों का शव पोस्टमार्टम रूम में पहुंचा दिए।
करंट से मौत की शंका
घटनास्थल की स्थिति अनुसार महिलाओं की मौत की वजह करंट भी हो सकती है। पुलिस का भी मानना है कि फैक्ट्री में तार खुले होने के कारण आगजनी तो हुई, लेकिन महिलाओं के करंट की चपेट में आने की संभावना अधिक है। जांच के बाद घटना का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
फैक्ट्री मालिक पर केस तय
पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना हाई वॉल्टेज के तार खुले होने के कारण हुई है। महिलाएं झुलसी या उन्हें करंट लगा दोनों स्थिति में जिम्मेदारी फैक्ट्री मालिक की बनती है। इसलिए जांच के बाद फैक्ट्री मालिक बिंदल पर केस दर्ज होना तय है हालांकि धाराएं जांच के बाद स्पष्ट होगी।
अब एनओसी की नोटंकी
किसी भी घटना के बाद सुरक्षा इंतजाम को लेकर सवाल खड़े होने लगते है। ऐसा ही आगजनी के बाद भी होना तय है। अब कलेक्टर के आदेश पर समिति जांच करेगी, उसके बाद विद्युत कंपनी व फायर बिग्रेड सुरक्षा इंतजाम का आकलन करेगी और दावा करेगी की अब उद्योग लगाने पर तय सुरक्षा मापदंडों के लिए सभी संबंधित विभागों से अनापत्ति प्रमाणपत्र लिया है या नहीं इसकी अन्य उद्योगों में भी जांच कराने की नौटंकी की जाएगी।