उज्जैन, अग्निपथ। निजी स्कूलों में छात्र-छात्राओं का परिवहन करने वाले ऐसे वाहन जो सीधे स्कूल से संबंद्ध नहीं है लेकिन उपयोग बच्चों के परिवहन में हो रहा है, ऐसे वाहनों पर निगरानी का जिम्मा अब स्कूल शिक्षक को ही सौंपा जा रहा है। सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने सभी स्कूलों में टीचर्स की कमेटियां बनाने के निर्देश दिए है। शिक्षक की कमेटी वाहनों पर नजर रखेगी और वाहनों में यदि कोई परिवर्तन होता है तो इसकी जानकारी अपडेट की जाएगी।
सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने जिला स्तरीय सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में ये निर्देश दिए है। इस बैठक में जिले के सभी ब्लैक स्पॉट की समीक्षा के साथ ही स्कूली बच्चों के परिवहन वाले वाहनों पर निगरानी बढ़ाने के सबंध में चर्चा की गई। कलेक्टर के साथ इस बैठक में एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला भी मौजूद थे। सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में कलेक्टर ने जिले के सभी ब्लैक स्पॉट को तुरंत दुरूस्त करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी से कहा है कि वे जिले के प्रत्येक स्कूल में टीचर्स की कमेटियों का गठन करवाए। स्कूल टीचर्स की कमेटी ऐसे वाहनों की सूची बनाएगी, जिनमें बच्चें पूल करके स्कूल आते है। टीचर्स की कमेटी ही ऐसे वाहनों की समय-समय पर जांच भी करेगी, वाहनों में होने वाले प्रत्येक परिवर्तन की जानकारी सूची में अपडेट करने का काम भी इसी कमेटी का होगा।
इस बैठक में कलेक्टर ने आगर रोड़ पर यात्री बसों के हर कहीं रूकने पर भी अधिकारियों से सख्ती बरतने को कहा है। उन्होंने आरटीओ से कहा है कि आगर रोड़ पर निर्धारित स्थानों के अलावा खड़ी होने वाली बसों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही की जाए।