8 लोगों को बैठाने की क्षमता, महाकाल कॉरिडोर पर श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने में आएंगे काम
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रथम चरण में विस्तारीकरण के बाद पहले चरण के कार्यों का उदघाटन करने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को महाकालेश्वर मंदिर लोकार्पण के लिए आ रहे हैं। इसके बाद आम श्रद्धालुओ के लिए कारिडोर को खोल दिया जाएगा। यहां पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ई-रिक्शा चलाए जाएंगे। एसबीआई ने भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में करीब 62 लाख 51 हजार रुपए के 11 ई- रिक्शा व्हीकल समिति को दान में दिए हैं। शुक्रवार को कलेक्टर आशीषसिंह ने इसका ट्रायल भी लिया।
एसबीआई ने इन 11 ई रिक्शा में से 2 को महाकालेश्वर मंदिर को सौंप दिया है। बैंक के अतुल पांडे व ललित बैरवा ने कलेक्टर आशीष सिंह को दोनों ई रिक्शा सौंपे। इस अवसर पर सहायक प्रशासक मूलचंद जोनवाल, लोकेश चौहान व सहायक सत्कार अधिकारी राजेंद्र सिंह सिसौदिया उपस्थित रहे। ज्ञातव्य रहे कि महाकाल कॉरिडोर से मंदिर के मुख्य द्वार तक असहाय वृद्ध, छोटे बच्चों और विकलांग श्रद्धालुओं को मंदिर समिति द्वारा इलेक्ट्रिक गाडिय़ों के माध्यम से कॉरिडोर का भ्रमण कराते हुए दर्शन के लिए लाने और वापस छोडऩा किया जाएगा। अभी मंदिर समिति के पास करीब 12 ई रिक्शा मौजूद हैं।
8 लोगों के बैठने की क्षमता कलेक्टर ने लिया ट्रायल
एसबीआई द्वारा प्रदान किए गए 11 बैटरी चलित (गोल्फ कार्ट) ई-रिक्शा प्राप्त करने के लिए गुरुवार को मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल भोपाल गए थे। यहां से 2 ई रिक्शा महाकालेश्वर मंदिर पहुंच गए हैं। बाकी 9 ई रिक्शा 5 अक्टूबर को उज्जैन पहुंचेंगे। ई रिक्शा की पहली खेप महाकालेश्वर मंदिर पहुंचने पर कलेक्टर आशीषसिंह ने इसका ट्रायल कर के देखा। प्रदेश के सीएम शिवराजसिंह चौहान के कारिडोर के निरीक्षण के दौरान भी कलेक्टर श्री सिंह ने ईरिक्शा खुद चलाकर उनको भ्रमण कराया था। इसमें 8 लोगों के बैठने की क्षमता है।