महाकाल अन्न क्षेत्र में श्रद्धालुओं को नहीं मिल रहा आरओ वाटर, फिल्टर मशीन पड़ी है खराब
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में श्रद्धालुओं को मटमैला पेयजल पीने को नसीब हो रहा है। पीएचई कभी साफ तो कभी गंदा पेयजल प्रदाय कर रहा है। मंदिर का आरओ प्लांट इतना पानी साफ नहीं कर पाता, उससे अन्न क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति हो सके। मंदिर में खराब पड़ी फिल्टर मशीन एक ओर पड़ी धूल खा रही है। अन्न क्षेत्र में प्रतिदिन एक हजार के लगभग श्रद्धालु भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं।
महाकालेश्वर मंदिर नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में पीएचई का पानी पेयजल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। पीएचई कभी गंदा तो कभी साफ पानी मंदिर के निर्माल्य द्वार पर बनी पानी की टंकी में प्रदाय करता है। यहां से पानी अन्नक्षेत्र के बाहर बनी पानी की टंकी में एकत्रित होता है। यहां से मोटर चलाकर पानी अन्न क्षेत्र में पेयजल के लिए भर लिया जाता है।
अन्नक्षेत्र में प्रतिदिन 800-900 श्रद्धालु दोपहर और शाम को भोजन ग्रहण करते हैं। खाने की क्वालिटी तो ठीक लेकिन पानी के लिए जो पेयजल दिया जा रहा है, वह मटमैला रहता है। कभी कभार अच्छा पानी भी पीएचई प्रदाय करता है। लगातार बारिश होने से स्थिति और बिगड़ जाती है और पानी मटमैला प्रदाय किया जाता है।
आरओ का पानी नहीं, तमगा दे दिया
एफएसएसआई स्वच्छता के नाम पर तमगे बांटती फिर रही है। उसने खाने और स्वच्छता का निरीक्षण तो किया, लेकिन इस बात को नहीं देखा कि श्रद्धालुओं को पानी किस दर्जे का पिलाया जा रहा है। वर्षों से बिना आरओ का पानी श्रद्धालुओं को पिलाया जा रहा है। महाकालेश्वर मंदिर मे आरओ प्लांट होने के बावजूद यहां तक पेयजल की पाईप लाइन नहीं बिछाई गई। बताया जाता है कि आरओ प्लांट की इतनी क्षमता नहीं है कि वह महाकालेश्वर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को भी सही तरह से आरओ का पानी पिला सके। वाटर कूलिंग सिस्टम भी गर्मी में इतना पानी प्रदाय नही कर पाता कि श्रद्धालुओं का गला ठंडे पानी से तर हो सके।
फिल्टर मशीन खराब पड़ी
महाकाल नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में वर्षों से मंदिर स्थित पीएचई की टंकी से जो जल प्रदाय किया जा रहा है। वह पाइप लाइन से यहां पर स्थित एक टंकी में डाला जाता है। जब भी कभी पानी की आवश्यकता होती है तो मोटर चालू कर इसको नल से स्टील की टंकी में भर लिया जाता है और श्रद्धालुओं को प्रदाय कर दिया जाता है। एक फिल्टर मशीन दान में आई थी, लेकिन वह खराब पड़ी हुई है। इसको ठीक करवाने की जहमत नहीं उठाई गई और श्रद्धालु मटमैला पानी पीता रहा।
भजन गायक जूनवाल ने दी प्रस्तुति
महाकालेश्वर मंदिर के विधि प्रभारी निरंजन जूनवाल अपने स्वकार्य के अतिरिक्त भजन और गाने में भी विशिष्टता रखते हैं। उनके द्वारा गणेश स्थापना के दौरान भी भजन आदि प्रस्तुत किये गये थे। गुरुवार को उमा सांझी महोत्सव में उन्होंने भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।