26 सितंबर से 30 दिसंबर तक खरीदारी सहित शुभ कार्य एवं निवेश की दृष्टि से श्रेष्ठ योग
उज्जैन, अग्निपथ। नवरात्रि आज से अपने साथ शुभ ग्रहों को भी साथ लेकर आ रही है। इसके साथ ही ग्रह गोचर की मान्यता से देखें तो ग्रहों का अलग अलग दृष्टि संबंध व अन्य ग्रहों के साथ युति संबंध बाजार से संबंधित क्षेत्र में गति प्रदान करेगा। यह कहा जा सकता है कि कीमती धातुओं में सोना चांदी तांबा पीतल जस्ता कासा इन धातुओं का बढ़ते क्रम में प्रभाव दिखाई देगा। 26 सितंबर से 30 दिसंबर तक खरीदारी सहित शुभ कार्य एवं निवेश की दृष्टि से श्रेष्ठ रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पं. अमर डिब्बावाला ने बताया कि यही नहीं नक्षत्रों का अधिपति से संबंधित क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, पॉलिसी मार्केट, बैंकिंग सेक्टर, शेयर मार्केट, रेलवे से जुड़े टेंडर यह सभी क्षेत्र अलग-अलग प्रकार से गति पकड़ेंगे। क्योंकि गुरु का दृष्टि संबंध विशेषत: शनि का मकर राशि में गोचरस्थ होना पेट्रोकेमिकल से जुड़े बाजार में परिवर्तन करने का संकेत दे रहा है। वहीं मीन राशि के बृहस्पति खाद्य वस्तुओं से जुड़े सभी सामग्री में बाजार को संतुलित रखते हुए बैंकिंग रेट्स को भी डेवलप करेंगें।
इन योगों में करें धातु, वस्तु, पॉलिसी, भूमि-प्लाट खरीदी
- 30 सितंबर सर्वार्थ सिद्धि योग दिन भर
- 1 अक्टूबर बुध का उदय पूर्व दिशा में रवि योग के साथ
- 2 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात: 6.30 से रात्रि पर्यंत
- 11 अक्टूबर अमृत सिद्धि योग प्रात: 6.30 से दोपहर 4.30 तक
- 12 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि योग शाम को 5 से रात्रि पर्यंत
- 18 अक्टूबर मंगलपुष्य दिनभर खरीदी
- 21 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि योग दिन में 12.30 से रात्रि पर्यंत
- 23 अक्टूबर धनतेरस
- 24 अक्टूबर रूप चौदस /दीपावली
- 26 अक्टूबर गोवर्धन पूजा भाई दूज
- 27 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि योग दिन में 12 बजे बाद
- 30 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि योग दिन भर
- 31 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि योग
- 2 नवंबर अक्षय नवमी
- 4 नवंबर देव प्रबोधिनी एकादशी देव दिवाली
- 5 नवंबर शनि प्रदोष
- 9 नवंबर सर्वार्थ सिद्धि योग पद्मकयोग
- 15 नवंबर मंगलपुष्य
- 21 नवंबर सोम प्रदोष
- 24 नवंबर सर्वार्थ सिद्धि योग
- 27 नवंबर सर्वार्थसिद्धि
- 28 नवंबर सर्वार्थसिद्धि
- 5 दिसंबर सोम प्रदोष
- 6 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि योग
- 7 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि योग
- 11 दिसंबर रवि पुष्य व सर्वार्थ सिद्धि योग
- 12 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि योग रात्रि में
- 13 दिसंबर प्रात: काल सर्वार्थसिद्धि
- 18 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि अमृत सिद्धि योग
- 21 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि अमृत सिद्धि योग
- 25 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात काल से
- 26 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि योग
- 30 दिसंबर सर्वार्थ सिद्धि योग अमृत सिद्धि योग।