महाकालेश्वर मंदिर का काउंटर निर्गम गेट से परिसर में एक कोने पर लगाया, काउंटर पर होर्डिंग तक नहीं
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओ को सुगमता से नि:शुल्क अन्नक्षेत्र में भोजन करने के लिए कूपन नहीं मिल पा रहे हैं। कई श्रद्धालु ऐसे में भगवान महाकाल की भोजन प्रसादी लेने से वंचित हो रहे हैं। मंदिर का काउंटर पर ऐसी जगह पर लगा दिया गया है, जोकि श्रद्धालुओं की निगाह में नहीं आ रहा है। और तो और काउंटर पर एक होर्डिंग तक लगाना गंवारा नहीं किया गया है।
महाकाल मंदिर विस्तारीकरण कार्य के चलते मंदिर परिसर के समतलीकरण का कार्य चल रहा है। जिसके चलते सामान्य श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था को बदलकर शंख द्वार की जगह निर्गम गेट से कर दिया गया है। वापसी में श्रद्धालुओं की निकासी देवासगेट वाली धर्मशाला से कराई जा रही है। चूंकि पूर्व में भोजन का कूपन निर्गम गेट के पास बने काउंटर से दिया जा रहा था, जोकि बदल कर मंदिर परिसर में रख दिया गया है। इसको परिसर स्थित चबूतरे के पीछे एक कोने पर लगा दिया गया है, जोकि आसानी से दिखाई नहीं देता है।
जिन श्रद्धालुओं का मालूम है, वह तो आसानी से काउंटर पर पहुंच जाते हैं। लेकिन दूरदराज से आए श्रद्धालु जोकि दान देने की भी तमन्ना रखते हैं, वह महाकाल की भोजन प्रसादी लेने के लिए परेशान होकर इधर से उधर घूमते रहते हैं।
होर्डिंग तक नहीं लगाया
मंदिर प्रबंध समिति की लापरवाही इस तरह से उजागर हो रही है कि उसने आज तक कूपन काउंटर पर होर्डिंग तक नहीं लगाया। रही सही कसर इसको एक कोने में पटकने से हो रही है। यहां पर भी काउंटर पर होर्डिंग आदि नहीं लगा होने से सीमित संख्या में श्रद्धालु भोजन लेने के लिए पहुंच रहे हैं। संभवत: मंदिर प्रशासन का भी यही लक्ष्य है कि कम से कम संख्या में श्रद्धालु यहां तक पहुंचें। क्योंकि आगामी दिनों में दीनदयाल अंत्योदय योजना के भोजन का शुभारंभ यहीं से होगी और मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम से कम किये जाने की शुरुआत होगी।
अरे भाई….लॉकर नये आएंगे
मंदिर में श्रद्धालुओं के मोबाइल और पर्स आदि रखने के लिए लॉकर बड़ी संख्या में रखे गए थे। मंदिर विस्तारीकरण कार्य के चलते कुछ लॉकरों का उपयोग किया जा रहा है तो कई ऐसे ही पड़े हुए हैं। अन्न क्षेत्र में एक कोने पर लॉकर पड़े हुए श्रद्धालुओं की बांट जोह रहे हैं। इनको मंदिर समिति चाहे तो इस्तेमाल कर सकती है। लेकिन लॉकर रूम और अन्न क्षेत्र के महाकाल कारिडोर में स्थानांतरित होने की खबर के बाद पुराने सामानों को एक ओर रखने के प्रयास तेज हो गए हैं।