उज्जैन, अग्निपथ। नकली मार्कशीट बनाने वाले शातिर युवक को सोमवार-मंगलवार रात क्राइम टीम ने पकड़ा। पुलिस ने पूछताछ के लिये 4 दिनों की रिमांड पर लिया है।
चिमनगंज थाने के एसआई करण खोवाल ने बताया कि क्राइम ब्रांच को आगररोड पर रहने वाले दीपक पिता कृष्णसिंह शाक्य द्वारा नकली मार्कशीट बनाने की जानकारी मिली थी। सोमवार-रात 12 बजे के लगभग क्राइम टीम के साथ पुलिस ने संजयनगर में दबिश दी और दीपक को हिरासत में लिया। उसके पास से एक लेपटॉप, प्रिंटर और 26 मार्कशीट बरामद की गई है। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420, 467, 468, 471 में प्रकरण दर्ज किया गया। जिसे मंगलवार को न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिये 4 दिनों की रिमांड पर लिया गया है। संभावना है कि उससे कुछ और फर्जी मार्कशीट की जानकारी मिल सकती है।
सालभर से कर रहा था धोखाधड़ी
एसआई खोवाल के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सालभर से धोखाधड़ी के खेल में शामिल था। उसने लेपटॉप में विक्रम विश्वविद्यालय की मार्कशीट डाउनलोड कर रखी थी। जिसमें हेराफेरी कर वह लोगों के नाम पत्ते बदल देता था और अंक बढ़ा देता था। जिसका प्रिंट आउट प्रिंटर के माध्यम से निकल देता था। नकली मार्कशीट हूबहू असली प्रतीत होती थी। जिसके एवज में वह पांच हजार रुपये लेता था।
कहां हुआ उपयोग
पुलिस ने बताया कि शातिर आरोपी द्वारा बेची गई नकली मार्कशीट किन युवको को दी गई है और उनका उपयोग कहां हुआ है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। विक्रम-विश्वविद्यालय से भी बरामद हुई मार्कशीटों के संबंध में जानकारी मांगी जाएगी।