मंत्री से कहा- तुलाई हम्माली नहीं मिलेगी तो भूखे मरने की नौबत आ जाएगी
उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में मंगलवार की शाम कृषि मंत्री कमल पटेल के कार्यक्रम के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कृषि मंत्री जब मंच पर भाषण दे रहे थे तब तुलावटियों ने उनकी घोषणा का विरोध किया। कहा- यदि हमें तुलाई-हम्माली नहीं मिली तो भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। परिवार के साथ आत्महत्या करना पड़ जाएगी।
मंगलवार को कृषि उपज मंडी में एमपी फार्म गेट एप्लिकेशन को उज्जैन मंडी में लागू किए का कार्यक्रम था। इस एप्लिकेशन के माध्यम से किसान घर बैठे अपनी उपज के दाम खुद तय कर उसकी ऑनलाईन नीलामी कर सकेंगे। फार्म गेट एप पायलेट प्रोजेक्ट के कार्यक्रम के दौरान मंच से कृषि मंत्री कमल पटेल ने तीन घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मंडियों में अब 10-10 टन क्षमता के भी इलेक्ट्रानिक तौल कांटे लगाए जाएंगे।
मंडी नियमों के मुताबिक अब तक केवल 30 टन से अधिक क्षमता के ही तौल कांटे लगाए जा सकते थे। कमल पटेल ने दूसरी घोषणा की कि व्यापारियों के गोदामों की लीज नवीनीकरण व पंजीयन का मामला कानूनी संशोधन कर जल्द सुलझा दिया जाएगा। उनकी तीसरी घोषणा थी कि मंडी में अब तुलाई और हम्माली की रकम किसानों से नहीं काटी जाएगी, यह रकम व्यापारियों को भुगतना होगी।
कृषि मंत्री की इस तीसरी घोषणा पर मंडी के कुछ तुलावटी आक्रोशित हो गए। अवंतिपुरा निवासी तुलावटी इलियास खान तो मंच के सामने आ गया। उसने कहा कि यदि किसानों से तुलाई-हम्माली काटना बंद कर दी जाएगी तो मंडी के तुलावटी कहां जाएंगे?
कृषि मंत्री ने इनसे बात की, उन्हें समझाया कि जब किसान बैलगाड़ी में माल लेकर आता था तब वह तौल और हम्माली की राशि का भुगतान करता था। अब समय बदल गया है, किसान ट्रेक्टर ट्राली से माल लेकर आता है और उसक तौल इलेक्ट्रानिक तौल कांटे पर होता है फिर वह तुलाई या हम्माली क्यों देगा? तुलावटियों और हम्माल बेरोजगार नहीं होंगे, वे व्यापारियों के लिए तोल या हम्माली का काम करे और अपना भुगतान ले।