उज्जैन, अग्निपथ। संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) सहित 9 संस्थाओं को केंद्र सरकार ने गैरकानूनी संगठन घोषित कर दिया है। हाल ही में देशभर में PFI के 170 से ज्यादा कार्यकर्ताओं गिरफ्तार करने के बाद उनसे मिले संदिग्ध दस्तावेजों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
भारत में शरिया कानून लागू करने के मंसूबे पालकर काम कर रहे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसके 8 सहयोगी संगठनों पर केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से अगले 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।
जिन अन्य आठ संगठनों पर लगाम कसी गई है उनमें रिहैब फाउंडेशन ऑफ इंडिया (RIF), केंपस फ्रंट ऑफ इंडिया(CIF), ऑल इंडिया इमामस काउंसिल(AIIC), नेशनल कनफेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन (NCHRO), नेशनल वुमन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एमपावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन केरल शामिल हैं।
मप्र में उज्जैन भोपाल सहित 8 राज्यों में छापे
गौरतलब है कि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने सोमवार रात 8 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान 170 से अधिक कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया है।
मध्यप्रदेश में भोपाल, उज्जैन, इंदौर समेत 8 जिलों रेड की है। टीम ने 21 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
उनसे लैपटॉप और संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए हैं। एटीएस को इन संदिग्धों की जानकारी पूर्व में पकड़े गए 4 आरोपियों की पूछताछ में मिली थी। नीमच, शाजापुर, श्योपुर और गुना में भी कार्रवाई की गई है।
एटीएस ने इंदौर से 5 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इनमें सईद टेलर, दानिश गौरी, तौसीफ छीपा, यूसुफ और वसीम शामिल हैं। 3 संदिग्ध फरार हो गए। उज्जैन जिले से 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
इनमें मंसूरियान मस्जिद का इमाम जुबेर, कारोबारी इसहाक और वकील आकिब शामिल हैं। चौथा संदिग्ध महिदपुर तहसील का रहने वाला है। संदिग्धों से लैपटॉप और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं।
एटीएस ने पीएफआई के लिए फंडिंग करने के संदेह में एसडीपीआई (सोशल डिमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के भोपाल स्थित ऑफिस में रेड की है। यहां से एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल रऊफ को पकड़ा है। एसडीपीआई का ऑफिस शाहजहांनाबाद थाने से महज 50 मीटर की दूरी पर है।
दिल्ली के शाहीन बाग से 30 गिरफ्तार
उधर दिल्ली में भी है ना यह ने कार्रवाई करते हुए शाहीन बाग क्षेत्र से PFI के 30 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। मालूम हो की नागरिकता संशोधन कानून (CAA)और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NRC) को लेकर काफी लंबा आंदोलन चला था। जो बाद में हिंसक हो गया था जिसको जिस में भी पी आई एफ की भूमिका सामने आई थी।
पीएफआई का मकसद भारत में इस्लामिक शरिया कानून कायम करना
एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) के इनपुट पर मध्यप्रदेश एटीएस ने इससे पहले इंदौर, उज्जैन में छापेमारी कर इंदौर से पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम, जनरल सेक्रेटरी अब्दुल खालिद, कोषाध्यक्ष मोहम्मद जावेद, प्रदेश सचिव जमील शेख को गिरफ्तार किया था।
इनके पास से भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देश विरोधी कागजी और डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन दस्तावेज के मुताबिक पीएफआई का मकसद भारत में इस्लामिक शरिया कानून कायम करना है।