दो संदिग्ध सीसीटीवी कैमरे में आए नजर
देवास, अग्निपथ। शहर के राधागंज क्षेत्र के विश्राम बाग, राम-रहीम नगर, मधुबन कॉलोनी में सोमवार व मंगलवार की दरमियानी रात बदमासों ने वाहनों के कांच फोड़े। इस घटना में दो संदिग्ध अज्ञात युवक सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिए जो एक्टिवा वाहन से जा रहे हैं।
बीएनपी थाना पुलिस ने फरियादियों की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। शारदीय नवरात्र की व्यवस्थाओं में माता टेकरी और शहर में अन्य जगह लगी पुलिस की रात्रि गश्त और अन्य व्यवस्थाएं प्रभावित चल रही हैं। इन्हीं स्थितियों के बीच शहर के कालोनी में असामाजिक तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया। आधा दर्जन से अधिक चार पहिया वाहनों और कुछ बसों को असामाजिक तत्वों ने निशाना बनाया और पत्थरों व अन्य चीजों से कांच फोड़ दिए।
वाहनों के कुछ कांच पूरी तरह टूट कर चूर-चूर हो गए। कुछ लोगों को वारदात के कुछ देर बाद ही पता चल गया था, जिसके बाद डायल हंड्रेड को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची आसपास भ्रमण भी किया गया लेकिन कोई संदिग्ध हाथ नहीं लगा। वहीं कई लोगों को वाहनों में तोडफ़ोड़ का पता मंगलवार सुबह चल पाया बाद में सभी लोग अलग-अलग समय पर बीएनपी थाने पहुंचे और शिकायतें दर्ज करव ाई। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ 7 फरियादियों की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज करके जांच शुरू की है।
गौरतलब है कि देवास में वाहनों में तोडफ़ोड़ का पुराना इतिहास रहा है हर 2-4 महीने के अंतराल में कहीं न कहीं वारदात हो जाती है। नगरीय निकाय चुनाव के दौरान राजाराम नगर क्षेत्र में कई वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई थी। जिसमें सिविल लाइन पुलिस ने कई आरोपियों को दबोचा था। जिनमें से अधिकांश नाबालिग थे। यह सभी नशे के आदी पाए गए थे। आशंका जताई जा रही है कि विश्राम बाग व मधुबन कॉलोनी में जिन आरोपियों ने वाहनों में तोडफ़ोड़ की है वह भी नशे के आदी हो सकते है।
इनके वाहनों में हुई तोडफ़ोड़
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अमित, रोहित सिंह, धीरज सिंह, नितिन, कुणाल, राजेन्द्र सिंह बैस, कमलसिंह देवड़ा आदि के वाहनों में तोडफ़ोड़ हुई है। कई जगह से पत्थर भी पड़े मिले हैं, बालाजी बस संचालक राजेन्द्र सिंह बैस ने बताया कि पहले भी राधागंज विश्राम बाग क्षेत्र में बस की बैटरी चोरी के साथ कांच फुटने की घटनाएं हो चुकी है। सीसीटीवी फुटेज में दो पहिया वाहन से जाते कुछ युवक नजर आए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।