धार, अग्निपथ। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के एल मीणा ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में कार्य नहीं किए जाने तथा अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं उदासीनता बरतने पर जनपद पंचायत नालछा के एक सचिव को निलंबित एवं 10 सचिवों की एक-एक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोके जाने के आदेश जारी किए है।
ग्राम पंचायत आंसुखेडी के सचिव विक्रम ठाकुर द्वारा समीक्षा बैठकों में निरंतर अनुपस्थित रहने एवं प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में हितग्राहियों को किश्त प्रदाय नहीं करने से शासन की महत्वपूर्ण योजना में कार्य नहीं किए जाना पदीय दायित्वों के निवर्हन में लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं उदासीनता बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में इन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय जनपद पंचायत नालछा नियत किया गया है। ग्राम पंचायत आंसुखेडी का प्रभार कमल कामदार सचिव ग्राम पंचायत पिपल्या को अपने कार्य के साथ-साथ अतिरिक्त रूप से आगामी आदेष पर्यन्त तक सौपा गया है।
इसी प्रकार जनपद पंचायत नालछा की ग्राम पंचायत सुलीबर्डी के सचिव खुमानसिंह बघेल, सोडपुर के सचिव मांगीलाल बुन्देला, सेजवानी के सचिव मंजूसिंह वर्मा, मोगराबाव के सचिव छगनलाल सोलंकी, बकानखेड़ा के सचिव दशरथ जाट, मालीपुरा के सचिव कैलाश चौहान, पनाला के सचिव रामलाल मालवीय, सराय के सचिव सुखराम वर्मा, भडक्या के सचिव जगदीश ग्रेवाल तथा ग्राम पंचायत ईमलीपुरा के सचिव मुकुटसिंह भूरिया द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अन्तर्गत हितग्राहियों को किश्त प्रदाय नहीं किए जाने से शासन की महत्वपूर्ण योजना में कार्य नहीं होने तथा अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं उदासीनता बरतने पर एक-एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकी गई है। उक्त आदेश तत्काल प्रभावशील होंगे।