तपती धूप में कर्मचारी ले जाने को विवश, गाइडों की पदस्थी जरूरी
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद आने वाले वीआईपी अब प्रोटोकाल कर्मचारियों से यहां पर भी घुमाने को कह रहे हैं। ऐसे में इतना लंबा घूमाकर लाने के बाद कर्मचारियों में इतनी हिम्मत नहीं रहती कि वह दूसरे वीआईपी प्रोटोकाल का अटैंड कर सके। यदि कर्मचारी मना करता है तो यह हुक्म उदूली होगी और इसका परिणाम निलंबन तक हो सकता है। महाकालेश्वर मंदिर समिति ने जिन गाइडों को महाकाल लोक के लिये ट्रेनिंग दी थी। उनकी यहां पर शीघ्र पदस्थी आवश्यक हो गई है।
महाकाल लोक का लोकार्पण तो हो गया लेकिन यहां पर गाइडों की तुरंत नियुक्ति नहीं की गई। ऐसे में महाकाल दर्शन को आ रहे वीआईपी प्रोटोकाल भगवान महाकाल के दर्शन के बाद प्रोटोकाल कर्मचारी से महाकाल लोक घुमाने को भी कह रहे हैं। कर्मचारी मना करे तो उसकी नौकरी के लिये खतरा पैदा हो जाय। इसलिये तपती धूप में कर्मचारी उनको महाकाल लोक का भ्रमण भी करवा रहे हैं। लेकिन एक प्रोटोकाल को घुमाने के बाद कर्मचारी बेदम हो रहा है।
एक तो महाकालेश्वर मंदिर तक पहुंचना लंबा है। वहीं दूसरी ओर महाकाल लोक का भ्रमण करवाना उससे अधिक परेशानी भरा। हालांकि वहां पर प्रोटोकाल को इलेक्ट्रीक वाहनों में बैठाकर भ्रमण करवाया जा रहा है। लेकिन इतनी लंबी दूरी तक प्रोटोकाल को ले जाना ही कर्मचारियों की आधी ताकत खत्म कर रहा है।
100 से अधिक गाइडों को दे चुके ट्रेनिंग
महाकाल लोक जब निर्माणाधीन था, उस समय महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने गाइडों की भर्ती की थी। उनको बकायदा ट्रेनिंग दी गई थी। कलेक्टर ने भी एक दो बार उनसे महाकालेश्वर मंदिर की जानकारी प्राप्त की थी। ऐसे में अब जब महाकाल लोक का लोकार्पण हो चुका है तो इन गाइडों को भी नियुक्त किया जाना चाहिये। ताकि वह महाकालेश्वर दर्शन के बाद वीआईपी प्रोटोकाल को महाकाल लोक का भ्रमण करवा कर पूरी जानकारी प्रदान करे।
अरुणाचल के डिप्टी सीएम ने किये दर्शन
शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम चौना मैं ने भगवान महाकाल के दर्शन किये। पुरोहित सत्यनारायण जोशी ने उनका पूजन अर्चन संपन्न करवाया। डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं पवित्र स्थान पर आया हूं। भगवान महाकाल से उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के विकास और उन्नति की कामना की है।