उज्जैन, अग्निपथ। नानी के घर आई मासूम के गले में साड़ी से बनाए गये झूले की रस्सी उलझ गई। दम घुटने पर उसकी मौत हो गई। परिजनों अस्पताल लेकर पहुंचे थे। रायपुर की रहने वाली कोमल पति नरेश देवांगन नवमी के दिन अपनी बेटी उर्वशी (10) और बेटे दीपक (7) के साथ बड़ी मायापुरी स्थित मायके आई थी।
रविवार रात उर्वशी छत पर साड़ी से बनाए गये झूले पर झूलने के लिये पहुंची थी। काफी देर तक जब वह नीचे नहीं आई तो परिजन उसे देखने के लिये छत पर पहुंचे। उर्वशी की गर्दन झूले में उलझी हुई थी। उसे झूले से निकाला गया। मामा शैलेन्द्रसिंह जिला अस्पताल लेकर पहुंचा। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलने पर देवासगेट पुलिस अस्पताल पहुंची और मासूम का शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखा। सोमवार को घटनास्थल की निरीक्षण किया गया और मामा के बयान दर्ज कर मर्ग कायम किया गया। प्रधान आरक्षक मांगीलाल ने बताया कि मासूम के पिता रायपुर में ड्रायवरी करते है। उनके आने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
मृत युवक की दो दिन बाद शिनाख्त
उज्जैन, अग्निपथ। सडक़ दुर्घटना में मृत युवक की 2 दिन बाद सोमवार को शिनाख्त हो गई। मृतक ड्रायवरी करता था। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने भाई को शव सौंपा है।
राघवी थाना क्षेत्र के ग्राम घोंसला-तराना मार्ग पर शनिवार रात सडक़ दुर्घटना में युवक की मौत हो गई थी। पुलिस ने शव जिला अस्पताल पोस्टमार्टम कक्ष में रखवा कर पहचान के लिये सोशल मीडिया पर फोटो वायरल किया। सोमवार सुबह ग्राम जैथल आगररोड पर रहने वाला सागर चौधरी ने पुलिस से संपर्क किया और मृतक को भाई बताया।
पुलिस शिनाख्त के लिये अस्पताल लेकर पहुंची। सागर ने पहचान करते हुए बताया कि प्रेमलाल पिता रामेश्वर चौधरी (30) ड्रायवरी का काम करता था। 2 दिनों से घर नहीं लौटा था। राघवी पुलिस के अनुसार उसे अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी थी। जिसके चालक की तलाश आसपास लगे कैमरों के फुटेज देखकर की जा रही है।