मालवा-निमाड़ के 15 जिलों से आए थे 1300 बसों से 66 हजार लोग
उज्जैन, अग्निपथ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उज्जैन में हुई आमसभा में भीड़ को जुटाने के लिए प्रदेश सरकार को लगभग 3 करोड़ 39 लाख रूपए खर्च करने पड़े है। इस आमसभा के लिए मालवा-निमाड़ क्षेत्र के 15 जिलों से करीब 66 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया था। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री का यहां कार्यक्रम तो महाकाल लोक के लोकार्पण का था लेकिन सरकारी कागजों पर खर्च निकालने के लिए इसे नगरीय विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं व मिशनों के हितग्राहियों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम के रूप में दर्ज किया गया है।
11 अक्टूबर को महाकाल लोक लोकार्पण के उपरांत कार्तिक मेला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आमसभा आयोजित की गई थी। नगरीय विाकस एवं आवास विभाग को इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी मिली थी। कार्यक्रम के लिए 15 जिलों को अलग-अलग टारगेट दिए गए थे। आमसभा में मालवा-निमाड़ से लगभग 1300 बस और 100 मैजिक वाहनों के जरिए आम लोग पहुंचे थे।
किस जिले से कितने वाहन
उज्जैन 500 बस, 100 मैजिक, देवास 200 बस, शाजापुर 100 बस, आगर-मालवा 100, रतलाम 60, मंदसौर 5, नीमच 5, इंदौर 250, धार 50, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर 5-5 बसें बुलाई गई थी।
यात्रा और भोजन के लिए एडवांस भेजी राशि
नगरीय विकास एवं आवास विभाग से प्रधानमंत्री की आमसभा में भीड़ जुटाने के लिए 15 जिलों को 70 प्रतिशत रकम एडवांस के रूप में 7 अक्टूबर को ही भेज दी गई थी। लगभग 66 हजार लोगों के भोजन प्रबंधन पर 1 करोड़ 32 लाख रूपए और परिवहन पर 2 करोड़ 73 लाख 87 हजार रूपए खर्च होने का अनुमान है। इसमें से 2 करोड़ 37 लाख 57 हजार रूपए आयोजन से 4 दिन पहले ही जिलों को आवंटित कर दिए गए थे।