ग्रिड ऑपरेटर से ट्रांसफर के नाम पर मांगे थे 10 हजार
उज्जैन,अग्निपथ। लोकायुक्त टीम ने शनिवार को विद्युत कंपनी के मक्सीरोड स्थित कार्यालय में एक सहायक इंजीनियर को घूस लेते हुए ट्रेप किया है। आरोप है कि वह मातहत (ग्रिड ऑपरेटर) से ट्रांसफर करने के लिए तीन हजार रुपए ले रहा था। आरोपी पर अब विभाग भी कार्रवाई करेगा।
बिहार स्थित दरभंगा हाल मुकाम ज्योतिनगर एमपीईबी कॉलोनी निवासी प्राणेश पिता सीताराम विद्युत मंडल के मक्सीरोड स्थित कार्यालय में सहायक यंत्री है। उसने कुछ समय पहले चंदूखेड़ी ग्रिड ऑपरेटर अर्जुन चौहान का मोहनपूरा ग्रिड पर ट्रांसफर कर दिया था। चौहान ने घर से दूर भेजने के कारण वापस चंदूखेड़ी भेजने के लिए सहायक यंत्री प्राणेश से निवेदन किया।
प्राणेश ने 10 हजार रुपए मांगे बाद में तीन हजार रुपए के लिए अड़ गया। नतीजतन चौहान ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी। घूस मांगने के पुष्टी होने पर लोकायुक्त ने ट्रेप प्लान बनाया। योजनानुसार शनिवार दोपहर चौहान ने ऑफिस जाकर जैसे ही प्राणेश को तीन हजार रुपए दिए। कार्यालय परिसर में ही छिपे लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने टीम के साथ उसे रंगेहाथ दबोच लिया।
घूस के लिए ट्रांसफर
विद्युत मंडल में क्वीस कंपनी आउट सोर्सिंग के लिए कर्मचारी भेजती है। इन्हें नौ हजार रुपए वेतन दिया जाता है। विद्युत मंडल के सहायक यंत्री को इनका ग्रिड व अन्य जगह ट्रांसफर कर सकते है। चौहान भी कंपनी का कर्मचारी है। यहीं वजह है कि प्राणेश ने रिश्वत के लिए ही चौहान का ट्रांसफर किया था।
अब तक 23 केस
निरीक्षक श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष संभाग में कुछ 23 कर्मचारी अधिकारी को ट्रेप किया जा चुका है। इनमें विद्युत मंडल का यह दूसरा प्रकरण है। प्राणेश पर धारा 7 के तहत केस दर्ज किया गया है। ट्रेप कार्रवाई में एएसआई जागनसिंह,आरक्षक विशाल, सुनील, लोकेशव रमेश की भूमिका रही है।