1 नवंबर तक जमीन खाली करने की चेतावनी, रहवासी करेंगे विरोध प्रदर्शन
उज्जैन, अग्निपथ। बिनोद मिल की चाल में रहने वाले 105 परिवारों को शुक्रवार को राजस्व विभाग की तरफ से नोटिस जारी हुए है। राजस्व के 4 कर्मचारियों ने मिल की चाल में पहुंचकर मकानों पर ये नोटिस चस्पा किए। सभी रहवासियों को 1 नवंबर तक मकान खाली करने की चेतावनी दी गई है। प्रशासन के इस निर्णय के खिलाफ शनिवार को मिल की चाल के रहवासी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
विनोद मिल की जमीन को अलग-अलग हिस्सों में बेचने की सरकारी प्रक्रिया लगातार जारी है। इसी बीच राज्य सरकार द्वारा मिल के मजदूरों को उनकी बकाया राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। कोर्ट के माध्यम से यह भुगतान राशि मजदूरों के परिवारों को बांटी जा रही है। प्रशासन को विनोद मिल की पूरी जमीन रिक्त कराकर उसका सौदा करना है। विनोद मिल की चाल में बनी रहवासी बस्ती इसमें सबसे बड़ी बाधा है।
मिल की चाल में करीब 150 मकान बने है। मिल में काम करने वाले कई श्रमिकों का तो देहांत हो चुका है, अब यहां उनके परिवार निवास करते है। चाल के रहवासी पिछले लंबे वक्त से जमीन पर मालिकाना हक प्रदान किए जाने की मांग करते रहे है। महाकाल लोक लोकार्पण कार्यक्रम की सफलता पर आभार जताने के लिए जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन आए थे तब भी चाल के रहवासियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने उनसे हेलिपेड पर मुलाकात की थी। तब मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था कि पहले सभी रहवासियों को वैकल्पिक स्थल मुहैया कराया जाएगा, इसके बाद ही मकान तोड़े जाएंगे।
इसके ठीक उलट शुक्रवार को राजस्व विभाग की टीम ने मिल के 105 मकानों पर अंतिम चेतावनी के नोटिस चस्पा कर दिए है। रहवासियों को 3 दिन में चाल की जमीन को खाली करने को कहा गया है।
चामुंडा माता चौराहे पर विरोध प्रदर्शन
राजस्व विभाग की तरफ से मिले अंतिम चेतावनी पत्र के खिलाफ शनिवार को मिल की चाल के रहवासी विरोध प्रदर्शन करेंगे। सुबह 11 बजे चामुंडा माता चौराहे पर यह विरोध प्रदर्शन होगा। रहवासी संघ के सदस्य राकेश यादव के मुताबिक विरोध प्रदर्शन के माध्यम से चाल के रहवासी मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन को पूरा करने की मांग रखेंगे।