उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल महालोक के पास की एक होटल को नगर निगम के अमले ने ध्वस्त कर दिया है। नगर निगम अधिकारियों का तर्क है कि होटल का निर्माण अवैध तरीके से किया गया था, इसके ठीक उलट होटल मालिक ने नगर निगम अधिकारियों की कार्यवाही पर कई सवाल खड़े किए है।
कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों महाकाल महालोक का लोकार्पण किया गया है। पिछले एक सप्ताह से हर रोज महाकाल महालोक को देखने के लिए लाखों लोगों की भीड़ जुट रही है। भीड़ की वजह से प्रशासन, पुलिस, नगर निगम व अन्य संबंधित एजेंसियो के अधिकारियों का इस क्षेत्र में बराबर ध्यान बना हुआ है। पुलिस, राजस्व और नगर निगम का अमला शुक्रवार की दोपहर एक्शन के मोड में आया।
नगर निगम और महाकाल थाने की संयुक्त टीम ने जयसिंहपुरा मार्ग पर गरीब नवाज कॉलोनी के सामने बने एवन होटल को तोडऩे की कार्रवाई की गई। नगर निगम के कार्यपालन यंत्री व भवन अधिकारी लीलाधर दौराया दो बैकहो लोडर लेकर महाकाल लोक के पास बने अवैध अतिक्रमण को गिराने पहुंचे। होटल के पास में ही टीन शेड डालकर एक और निर्माण कर लिया गया था, इसे भी नगर निगम की टीम ने हटा दिया।
भवन अधिकारी लीलाधर दोराया ने बताया कि होटल मालिक सलीम पिता अब्दुल गफ्फार निवासी देवता कॉलोनी को अवैध निर्माण के संबंध में नोटिस जारी किया गया था। संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं मिलने पर अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। होटल के निर्माणकर्ता मोहम्मद सलीम ने बताया कि निर्माण करते समय वे नगर निगम से परमिशन लेने गए थे लेकिन तत्कालीन अधिकारियों ने परमिशन नहीं दी।
नगर निगम से नोटिस मिलने के बाद सलीम ने वकील के माध्यम से जुर्माना राशि भरने का भी प्रस्ताव निगम अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किया था। होटल मालिक मोहम्मद सलीम ने यह भी कहा कि उनके आसपास की सभी दुकानें और मकान बिना अनुमति के बने हैं, फिर भी केवल उन्हीं के निर्माण पर अतिक्रमण की कार्यवाही करना नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है।