घटना से पुलिस अनजान, अब लेगी संज्ञान
उज्जैन, अग्निपथ। दीपावली के दूसरे दिन हादसे में एक परिवार का चिराग बुझ गया। मासूम गिलास के नीचे रखकर बम फोड़ रहा था। धमाके से फटे गिलास का टूटा हिस्सा गले में फंस गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया तो परिजन घर लेकर चले गये। चार दिन बाद घटना से अनजान पुलिस ने संज्ञान लेने की बात कही है।
24 खंबा मार्ग पर कहारवाड़ी में रहने वाला अशोक कहार का पुत्र रितिक (10) दीपावली के दूसरे दिन घर के बाहर पटाखे फोड़ रहा था। उसने एक बम स्टील के गिलास के नीचे रखा और आग लगा दी। धमाका होते ही गिलास फटा और उसका एक टुकड़ा रितिक के गले में जा फंसा। परिजनों का घटना का पता लगा तो गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजन निजी अस्पताल लेकर चले गये, लेकिन परिवार का चिराग बुझ चुका था। मासूम बेटे की मौत से गमगीन परिजन उसे घर लेकर चले गये और अंतिम संस्कार कर दिया। घटना का चार दिन बाद शुक्रवार को पता चला तो हर कोई सुनकर हैरान रह गया। बताया जा रहा है कि मासूम का परिवार काफी गरीब है और झोपड़ी में रहता है। पिता क्षिप्रा नदी में सिक्के तलाशने के साथ तैराक दल के साथ डूबतों को बचाने का काम करता है।
पुलिस को नहीं मिली थी सूचना
घटनाक्रम महाकाल थाना क्षेत्र का होना सामने आया है। सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा का कहना था कि घटना संज्ञान में आई है। परिजनों से जानकारी ली जाएगी। वहीं मामले में टीआई मुनेन्द्र गौतम का कहना था कि अस्पताल से कोई सूचना नहीं मिली थी। परिजन भी थाने नहीं आए थे। अगर परिजन संपर्क करते तो मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया जाता और परिवार की मदद के प्रयास किये जाते।