महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन 1500 रुपये विशेष दर्शन टिकट की तय करेगा लिमिट

गर्भगृह में भीड़ के कारण पीछे से दर्शन नहीं कर पा रहे श्रद्धालु

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाहर से आये श्रद्धालुओं ने ऐसी भीड़ बढ़ाई की तय व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। हालांकि शुक्रवार को हुई धक्का मुक्की घटना दैनिक अग्निपथ में प्रकाशित होने के बाद मंदिर प्रशासन ने सामान्य श्रद्धालुओं को 1500 रुपये टिकटधारियों के कारण आ रही दर्शन में बाधा को समाप्त करने के लिये इसकी लिमिट तय करने पर विचार किया है। आगामी दिनों में इसकी लिमिट तय हो जायेगी।

शनिवार को भी सामान्य श्रद्धालुओं को कार्तिकेय मंडपम से दर्शन करवा कर सीधे बाहर निकाल दिया गया। उनको गणपति मंडपम में जाने की पात्रता प्रदान नहीं की गई। लेकिन इस दिन भी 1500 रुपये विशेष दर्शन टिकटधारियों की लंबी लाइन सभामंडप में अपनी बारी आने की प्रतिक्षा में सुबह से लेकर दोपहर तक लगी रही। ऐसे में कार्तिकेय मंडपम से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल की एक झलक भी सही तरह से नहीं मिल पाई।

1500 रुपये की विशेष दर्शन टिकट बेशुमार काटी जा रही है। ऐसे में सामान्य और गणपति मंडपम से दर्शन करने वाले प्रोटोकाल श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के सही तरह से दर्शन नहीं हो पा रहे हैं। दैनिक अग्निपथ ने अपने शनिवार के अंक में इस बात को प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि यदि सामान्य और प्रोटोकाल प्राप्त श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन 1500 रुपये टिकटधारियों के कारण बाधित होंगे तो धक्का मुक्की घटनाएं आगामी दिनों में भी घटित होती रहेंगी।

बेरिकेड्स नहीं हिला पायेंगे

शुक्रवार को कार्तिकेय मंडपम से दर्शन कर बाहर निकल रहे श्रद्धालुओं ने जोर जबरदस्ती कर निर्गम गेट से बाहर निकलने की जगह मंदिर परिसर में बेरिकेड्स को धक्का देकर गिराने का प्रयास किया था। इस दौरान कई श्रद्धालु मंदिर परिसर में दौडक़र प्रवेश भी कर गये थे। इसका वीडियो भी वायरल हो गया था। एक महिला भी गिरकर घायल हो गई थी। इस घटना से संज्ञान लेते हुए मंदिर प्रशासन ने शनिवार को इन बेरिकेड्स को आपस में तारों से बांधकर टाइट कर दिया ताकि श्रद्धालु गण यदि धक्का भी दें तो यह नहीं हिल पायें।

चैकिंग पर बैठे सहायक प्रशासक

श्रद्धालु पेंट के उपर सोला पहनकर प्रवेश कर रहे हैं, वहीं बिना टिकट धारियों को भी गर्भगृह में प्रवेश दिया जा रहा है। इन सब बातों की जांच करने के लिये सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल सुबह 6 बजे से ही चांदी गेट पर चैकिंग करने के लिये बैठ गये थे। यहां पर करीब उन्होंने 2 घंटे श्रद्धालुओं के 1500 रुपये विशेष दर्शन टिकट की चैकिंग की। इस दौरान कोई भी बिना टिकट नहीं मिला। इसी तरह 5 नंबर गेट, 4 नंबर गेट पर भी सहायक प्रशासक द्वारा श्रद्धालुओं के 250 रुपये टिकट की चैकिंग की गई।

विशेष दर्शन टिकट की तय करेंगे लिमिट

सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि गर्भगृह में 1500 रुपये विशेष दर्शन टिकट से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की लिमिट तय की जायेगी। वरिष्ठ अधिकारियों से विचार विमर्श कर निर्णय लिया जायेगा कि कितनी संख्या में टिकट जारी करना चाहिये। लिमिट तय हो जाने से गर्भगृह में एक तो श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नहीं लग पायेगी, वहीं दूसरी ओर इस व्यवस्था में लगे कर्मचारी भी परेशान नहीं होंगे। ज्ञातव्य रहे कि सुबह 6 से लेकर दोपहर 1 बजे तक तो विशेष दर्शन टिकट से श्रद्धालु दर्शन कर ही रहे हैं। वहीं भीड़ अधिक होने पर इसका समय भी बढ़ाया जा रहा है।

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