नंदीहाल से 10 मिनट, चांदी गेट से 3 घंटे में दर्शन

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में प्रोटोकाल के नाम पर नंदीहाल में प्रवेश कर गर्भगृह में जाने वाले श्रद्धालुओं की कतार लंबी हो रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि विशेष दर्शन टिकट की संख्या सीमित करने के बावजूद भी भारी भीड़ सुबह से लेकर दोपहर तक बनी हुई है। ऐसे में टिकट की संख्या सीमित करने के दावे फेल हो रहे हैं। वहीं इन टिकटों की चैकिंग के बाद भी विशेष दर्शन टिकट श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं हो रही है।

महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन प्रतिदिन 1500 रु. विशेष दर्शन टिकट की संख्या सीमित कर 38 पुजारी पुरोहितों को प्रति 10 टिकट के हिसाब से 380 टिकट प्रदाय कर रहा है। एक टिकट पर दो श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश दिया जाता है। इस मान से 760 श्रद्धालु प्रवेश करते हैं। वहीं अन्य श्रद्धालुओं को तीन स्लॉट में प्रति स्लॉट 50 टिकट के हिसाब से 150 टिकट प्रदाय कर रहा है। दोनों टिकटों की श्रद्धालुओं की संख्या को जोड़ा जाय तो इस हिसाब से 760+150=910 श्रद्धालु चांदी गेट से सुबह 6 से लेकर दोपहर 2 बजे तक प्रवेश कर रहे हैं। राउंड फिगर में ले लें तो एक हजार श्रद्धालु चांदी गेट से गर्भगृह में प्रवेश कर रहे हैं।

लेकिन आश्चर्य की बात है कि एक हजार श्रद्धालु दोपहर 2 बजे तक गर्भगृह से दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। इसके बावजूद भी भीड़ बनी रहती है। ऐसे में टिकट वितरण की संख्या बताई तो कम जा रही है, लेकिन अधिकारियों के कहने पर बांटी अधिक जा रही है। जिसके चलते भारी भीड़ गर्भगृह में पहुंचने का घंटो इंतजार करती रहती है।

नंदीहाल में हो अधिकारी की तैनाती

जानकारी में आया है कि विशेष प्रोटोकाल प्राप्त श्रद्धालुओं को नंदीहाल से प्रवेश दिया जाकर गर्भगृह से दर्शन करवाये जा रहे हैं। इन श्रद्धालुओं को नंदीहाल नगाड़ा गेट से प्रवेश करवाया जाकर गर्भगृह में पहुंचाया जा रहा है। जबकि सभामंडप में अपनी बारी का इंतजार कर रहे श्रद्धालु लगभग 3 घंटे में गर्भगृह से दर्शन कर पा रहे हैं।

विशेष प्रोटोकाल को नंदीहाल से प्रवेश करवाया जाकर गर्भगृह से दर्शन करवाना तो न्याय संगत लग रहा है। लेकिन लगातार नंदीहाल में श्रद्धालुओं की लाइन देखी जा रही है। इसलिये यहां नगाड़ा गेट पर एक अधिकारी की नियुक्ति अत्यंत आवश्यक हो गई है। यहां पर नंदीहाल से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ भी लगातार बनी हुई है।

सोने का त्रिपुंड किया दान

सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल की प्रेरणा से कानपुर निवासी आनंद प्रकाश ने रविवार को भगवान महाकाल को 10.030 ग्राम सोने का त्रिपुंड दान किया। जिसकी कीमत 59999, 56 रुपये रही।

Next Post

न्यूरोलॉजिस्ट और पत्नी ने लगाए एक-दूसरे पर आरोप

Sun Nov 6 , 2022
उज्जैन अग्निपथ। शहर में दो स्थानों पर क्लिनिक संचालित करने वाले न्यूरोलाजिस्ट डा. अरूण पी. सिन्हा और उनकी धर्मपत्नी डा. चित्रा सिन्हा ने रविवार को एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस को भी शिकायत की है। पिछले लगभग एक सप्ताह से डॉक्टर दंपत्ति […]