उज्जैन, अग्निपथ। रोगी को स्वस्थ करने के लिए उज्जैन में चिकित्सा ने संकल्प लिया कि वह एक होकर मरीजों का हर संभव सफल इलाज करेंगे ताकि वह हमेशा स्वस्थ्य जीवन व्यतीत कर सके।
इस युग में सही तरीके से रहन-सहन, खान-पान नहीं होने की वजह से ही ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट जैसी गंभीर बीमारी तेजी से फैल रही है। मरीज भोजन से ज्यादा दवाई खा रहा है। चाहे वह किसी भी प्रकार की हो। अभी तक यह होता आया है कि हर चिकित्सक अपने हिसाब से दवा दे रहा है। एक दूसरे से परिचय पूछने से सभी को संकोच भी रहता है पर डॉ. प्रवीण पंड्या ने विश्व की सबसे बड़ी कंपनी एसबीएल के मार्फत सभी को एक मंच पर लाकर खड़ा किया और सभी को संकल्प दिलाया कि हम मिलकर कार्य करेंगे। मरीज की अगर कोई समस्या है तो आपस में पूछ कर उसका समाधान करेंगे।
इस पर डॉ. आरके मारोठिया रिटायर मेडिकल ऑफिसर ने कहां कि होम्योपैथिक के जनक डॉक्टर हनीमैन ने एलोपैथिक होने के बावजूद होम्योपैथिक का आविष्कार किया और उसे घर-घर तक पहुंचाया। डॉ. ओपी व्यास ने आयुर्वेदिक की ओर से अपने सुझाव दिए। डॉ. विदित खंडेलवाल कम्युनिटी एमडी मेडिसिन का सुझाव था कि होम्योपैथिक डॉक्टर अपने परचे लिखें आधे से ज्यादा होमियो डॉक्टर अपने परचे नहीं लिखते हैं पता नहीं वह क्या देते हैं।
पाटीदार हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. महेंद्र पाटीदार न्यूरो सर्जन का सुझाव था यह एक अच्छी पहल है। हम मिलकर चलेंगे। जिला आयुष अधिकारी डॉ. मनीषा पाठक का कहना था इस प्रकार के आयोजन निरंतर होते रहना चाहिए। सरकार को भी इस हेतु पहल करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सिमरन बग्गा और लक्ष्मण सिंह ने किया।
इस अवसर पर उज्जैन शहर के करीब 50 डॉक्टर मौजूद थे। तीनों चिकित्सा पद्धति के डॉ. तारण खालसा, रमेश शाह, भरत शर्मा, राहुल शर्मा, नीलेश बीजापारी, राकेश कक्कड़, देवराज चौधरी, विजय पाटीदार, सुरेंद्र चतुर्वेदी, सुमति सिंह, पायल त्रिपाठी, अकील खान, ओपी वैष्णव, सज्जन सिंह परिहार, ध्रुव ऊदासी, अमित दुबे, मनोज पाटीदार, वीरेंद्र चंद्रवंशी, अमित पटेल, नरेंद्र नायक मौजूद थे। आभार डॉ. योगेंद्र तिवारी ने माना। यह जानकारी डॉ. ओ पी वैष्णव ने दी।