उज्जैन, अग्निपथ। हरिहर मिलन के दौरान रविवार-सोमवार रात आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा होने के बावजूद जमकर हिंगोट चलाए गये। पुलिस को रोकने के लिये डंडे चलाना पड़ गये। मामले में 8 युवको पर केस दर्ज किया गया है।
रात 11 बजे महाकाल मंदिर से बाबा महाकाल की सवारी गोपाल मंदिर के लिये निकली थी। हरि-हर मिलन में शामिल होने के लिये हजारों श्रद्धालु सवारी मार्ग से गोपाल मंदिर तक एकत्रित थे। इस दौरान प्रशासन ने आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा धारा 144 लागू कर दी थी। बावजूद लखेरवाड़ी और पटनीबाजार की ओर से हिंगोट चलना शुरु हो गये। जिसके चलते भगदड़ की स्थिति बन गई।
पुलिस हिंगोट के साथ आतिशबाजी कर रहे युवको को रोकने पहुंची तो पुलिस के साथ धक्का-मुक्की कर दी गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिये पुलिस का लाठी चलाना पड़ गई। आठ युवको को हिरासत में लिया गया और महाकाल थाने लाया गया। जिनके नाम सचिन, तुषार कसेरा, मयंक भौसले, ओम भौसले, पलकेश निवासी पटनी बाजार, रिषभ राठौर इंदौर, निशांत मरमट प्रकाशनगर और विरेन्द्र चौहान मुल्लापुरा सामने आए। पुलिस ने सभी के खिलाफ जिलाधीश के आदेश का उल्लघंन करने की धारा 188 का केस दर्ज कर गिर तार कर लिया।
पटनी बाजार में लगी थी आग
महाकाल की सवारी पटनी बाजार पहुंचने से पहले शुरु हुई आतिशबाजी और हिंगोट से महालक्ष्मी पात्र भंडार की ऊपरी मंजिल पर आग लग गई। कुछ युवा आसपास दुकानों के सहारे महालक्ष्मी पात्र भंडार तक पहुंचे और आसपास रहने वालों से पानी लेकर आग बुझाई। दुकान के ऊपर मकान बना है। जहां गैलरी में सूख रखे कपड़ों ने आग पकड़ी थी।