एएसआई और जीएसआई की टीम ने किया महाकाल शिवलिंग का परीक्षण
भांग का श्रृंगार पूरे शिवलिंग पर करने को कहा
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में स्थित शिवलिंग का परीक्षण करने के लिये एएसआई (आर्कलॉजिक सर्वे ऑफ इंडिया) और जीएसआई (जियालॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) की टीम दो दिवसीय दौरे पर पहुंची। इसमें दिल्ली और भोपाल के आधा दर्जन से अधिक सदस्य शामिल रहे। टीम ने मौखिक रूप से शिवलिंग पर पूरा कपड़ा ढंक कर भस्मारती करने के निर्देश महाकालेश्वर मंदिर के अधिकारियों को दिये हैं।
इस दस सदस्यीय टीम ने गुरुवार की सुबह होने वाली भस्मारती भी देखी। मंदिर के अधिकारियों की मानें तो टीम सदस्यों ने अलसुबह होने वाली भस्मारती मुंह पर कपड़ा लगाने की जगह पूरे शिवलिंग को कपड़े से ढंकर भस्म रमाने को कहा है। कंडे की राख शिवलिंग पर न पड़े इसके लिये टीम सदस्यों ने निर्देश दे दिये हैं। इसी तरह भांग के श्रृंगार को टीम सदस्यों ने अच्छा माना है। उन्होंने पूरे शिवलिंग पर भांग की हल्की परत चढ़ाकर श्रृंगार करने को कहा है। भांग का श्रृंगार करने से शिवलिंग पर जमी फंगस को भांग दूर कर देती है। टीम के सदस्यों ने बुधवार को भी शिवलिंग का परीक्षण किया था। दस पाइंट पर बनी इस रिपोर्ट को सीधे सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जायेगा।
तापमान सर्दी में 25, गर्मी में 22 डिग्री
शिवलिंग क्षरण में तापमान भी अपना अहम रोल निभाता है। मंदिर के अधिकारियों से टीम सदस्यों ने सर्दी में गर्भगृह का तापमान 25 डिग्री सेेंटीग्रेड और गर्मी में 22 डिग्री रखने को कहा है। नमी भी शिवलिंग क्षरण का कारण बनती है। ऐसे में दिये गये तापमान को रखा जायेगा तो शिवलिंग क्षरण में कमी आयेगी।