उज्जैन, अग्निपथ। रेलवे स्टेशन पर गुरूवार की दोपहर रेलवे बोर्ड की यात्री सुविधाओं से संबंधित कमेटी के सदस्य डॉ. अभिलाष पांडेय व अन्य सदस्यों ने निरीक्षण किया। डॉ. पांडेय व सदस्यों के इस निरीक्षण के दौरान रेलवे के कई अधिकारी भी उनके साथ थे। निरीक्षण के दौरान जहां कहीं कमियां सामने आई, डॉ. अभिलाष पांडेय ने उन्हें तत्काल दुरूस्त करने के दिशा-निर्देश रेल अधिकारियों को दिए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाकाल लोक का लोकार्पण किए जाने के बाद से ही देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ गई है। उज्जैन का धार्मिक पर्यटन बूम पर है। रेलवे पर भी यात्रियों की अतिरिक्त संख्या का बोझ बढ़ा है, इसके साथ ही रेलवे की आय में भी बढ़ोत्तरी हुई है। रेलवे बोर्ड की यात्री सुविधा कमेटी के सदस्य और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. अभिलाष पांडेय ने गुरूवार को उज्जैन पहुंचकर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का जायजा लिया।
अभिलाष पांडेय से मुलाकात के लिए यहां भाजपा नेता विजय अग्रवाल, महेंद्र गादिया सहित अन्य लोग भी मौजूद थे। इन सभी ने भी अभिलाष पांडेय के सामने उज्जैन रेलवे स्टेशन की जरूरतों के बारे अपनी बात रखी। पांडेय रेलवे स्टेशन पर करीब 2 घंटे रूके। इस दौरान उन्होंने कहीं प्लेटफार्म पर लगे नल का पानी जांचा, कहीं शौचालय की सफाई देखी। खान-पान स्टाल पर मौजूद सामग्री की गुणवत्ता परखी।
रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक कर स्टेशन पर निर्माणाधीन और प्रस्तावित कार्यो की जानकारी ली। डा. अभिलाष पांडेय ने कहा कि उज्जैन रेलवे स्टेशन धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से देश का बहुत ही अहम स्टेशन है। महाकाल लोक का लोकार्पण होने के बाद से ही यहां देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। रेलवे को श्रद्धालुओं की संख्या के मान से ही यात्री सुविधाओं का भी यहां विस्तार करना होगा।
फिलहाल दौरे में जहां कहीं कमी दिखी, उसके बारे में अधिकारियों को बताया गया है।
डा. पांडेय ने कहा कि उज्जैन स्टेशन की सुविधाओं के सबंध में शुक्रवार को रतलाम में डीआरएम के साथ भी बैठक होगी। इसके अलावा जो कुछ बड़े काम प्रस्तावित करना है, उनके बारे में रेलवे बोर्ड की नईदिल्ली में होने वाली बैठक में बात की जाएगी। उज्जैन आगमन के दौरान अभिलाष पांडेय को रेलवे से जुड़े विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने अपनी मांगो से सबंधित ज्ञापन भी सौंपे है।
उज्जैन के लिए हुई ये मांग
- रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य विजय अग्रवाल, महेंद्र गादिया व अन्य सदस्यों ने रेल समस्याओं को लेकर सुख सुविधा समिति सदस्यों से चर्चा की।
- मांग की गई कि जयपुर- भोपाल- जयपुर गाड़ी में सिटिंग कोच चलाए जाते थे, जो अब बंद कर दिए गए हैं। उन्हें पुन: चालू किया जाना चाहिए।
- सामान्य डिब्बे भी कम किए जाकर एक्सप्रेस गाडिय़ों में एसी डिब्बे बढ़ाया जा रहे हैं जबकि स्लीपर कोच एवं सामान्य डिब्बे की आवश्यकता है।
- उज्जैन चित्तौड़ के बीच मेमू रेल गाड़ी चलाने का प्रस्ताव 2019 में पारित हुआ था, इसे अविलंब चलाई जाना चाहिए।
- पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा घोषित अजमेर रामेश्वरम एवं इंदौर पूरी साप्ताहिक हमसफर एक्सप्रेस उज्जैन महाकाल से होकर चलाया जाना चाहिए।
- महाकाल ज्योतिर्लिंग होने के बावजूद इसे नजरअंदाज किया जा रहा है इससे तीर्थ यात्रियों को काफी सुविधा होगी।
- इंदौर उज्जैन वाया फतेहाबाद के वर्तमान में 2 फेरे हैं जिसे बढ़ाकर 4 फेरे किया जाना चाहिए, इससे ग्रामीण रेल यात्रियों को तीर्थ यात्रियों को काफी सुविधा होगी।